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गायब कोरोना मरीजों का MCD ने दिया हिसाब, राजनीति बंद करे दिल्ली सरकार- मेयर

नॉर्थएमसीडी के अस्पतालों से 23 कोरोना के मरीज गायब होने के बाद निगम का अधिकारिक बयान सामने आया है. नॉर्थएमसीडी मेयर का कहना है कि कोरोना के 19 मरीज वार्ड में भेजे जाने से पहले ही अस्पताल से जा चुके थे और चार मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई थी.

Mayor Jai Prakash
मेयर जय प्रकाश
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Published : May 11, 2021, 5:48 PM IST

नई दिल्ली: नॉर्थएमसीडी मेयर जय प्रकाश ने आज कहा कि दिल्ली सरकार के आदेश के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदू राव अस्पताल को 18 अप्रैल 2021 को कोविड अस्पताल बनाया गया था. जिसके बाद भारी तादाद में अन्य अस्पतालों ने कोरोना मरीजों को हिंदू राव अस्पताल में रेफर किया था. मरीजों को उपचार के लिए पहले डॉक्टरों द्वारा देखा जाता है. उसके बाद संबंधित वार्ड में भेजा जाता है.

पढ़ें- सीएम केजरीवाल का केंद्र को सुझाव: वैक्सीन बनाने वाली सभी कम्पनियों को दें फॉर्मूला

उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदू राव अस्पताल से गए 23 मरीजों का पता लगा लिया गया है और वो सभी किसी निजी नर्सिंग होम, निजी अस्पताल, सरकारी अस्पताल व अपने घर पर रह कर स्वास्थ्य का ध्यान रख रहे हैं और चार मरीजों की मृत्यु अन्य अस्पताल में उपचार के दौरान और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर पर हो गई थी.

23 में से 12 मरीज 18 अप्रैल 2021 को उपचार के बाद ही चले गए थे. वहीं 7 मरीज़ 19 अप्रैल 2021 को अस्पताल से चले गए थे. जबकि 4 मरीज़ों को अस्पताल से सम्पूर्ण इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी.

हिंदू राव अस्पताल को जिस दिन कोविड अस्पताल बनाया गया था. उस दिन काफी मरीज अस्पताल में दाखिले के लिए आए थे और मरीज अन्य अस्पतालों में भी ऑक्सिजन युक्त बेड के दाखिले के लिए प्रयास कर रहे थे. जिसमें से कई मरीज अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड मिल जाने के कारण हिंदू राव अस्पताल के कैसुलिटी वॉर्ड से अन्य वॉर्ड में भेजे जाने से पहले ही चले गए थे.

नई दिल्ली: नॉर्थएमसीडी मेयर जय प्रकाश ने आज कहा कि दिल्ली सरकार के आदेश के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदू राव अस्पताल को 18 अप्रैल 2021 को कोविड अस्पताल बनाया गया था. जिसके बाद भारी तादाद में अन्य अस्पतालों ने कोरोना मरीजों को हिंदू राव अस्पताल में रेफर किया था. मरीजों को उपचार के लिए पहले डॉक्टरों द्वारा देखा जाता है. उसके बाद संबंधित वार्ड में भेजा जाता है.

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उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदू राव अस्पताल से गए 23 मरीजों का पता लगा लिया गया है और वो सभी किसी निजी नर्सिंग होम, निजी अस्पताल, सरकारी अस्पताल व अपने घर पर रह कर स्वास्थ्य का ध्यान रख रहे हैं और चार मरीजों की मृत्यु अन्य अस्पताल में उपचार के दौरान और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर पर हो गई थी.

23 में से 12 मरीज 18 अप्रैल 2021 को उपचार के बाद ही चले गए थे. वहीं 7 मरीज़ 19 अप्रैल 2021 को अस्पताल से चले गए थे. जबकि 4 मरीज़ों को अस्पताल से सम्पूर्ण इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी.

हिंदू राव अस्पताल को जिस दिन कोविड अस्पताल बनाया गया था. उस दिन काफी मरीज अस्पताल में दाखिले के लिए आए थे और मरीज अन्य अस्पतालों में भी ऑक्सिजन युक्त बेड के दाखिले के लिए प्रयास कर रहे थे. जिसमें से कई मरीज अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड मिल जाने के कारण हिंदू राव अस्पताल के कैसुलिटी वॉर्ड से अन्य वॉर्ड में भेजे जाने से पहले ही चले गए थे.

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