नई दिल्ली : उत्तरी दिल्ली नगर निगम की समस्या इन दिनों लगातार बढ़ती जा रही है. अब विवाद राजन बाबू अस्पताल को लेकर सामने आया है. जहां अनियमितताएं बड़े स्तर पर बरती जा रही है.
सफाई को लेकर ध्यान नहीं
खासतौर पर सफाई को लेकर अस्पताल के अंदर वॉशरूम की सफाई का बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मरीजों के द्वारा और उनके साथ रहने वाले उनके परिवार के लोग जिस वाशरूम को इस्तेमाल करते हैं. वह बेहद दयनीय स्थिति में है. पानी की टंकियां टूटी हुई हैं, दरवाजे टूटे हुए हैं, छत की बात करें तो छत के ऊपर काई जम रही है और सीलन के कारण पानी टपक रहा है. साथ ही स्टाफ के वाशरूम के हालात भी दयनीय हो चुके हैं.
मरीजों से खाने तक के पैसे लिए जा रहे हैं
बता दें कि मरीजों से खाने तक के पैसे लिए जा रहे हैं. हालांकि, गरीब मरीजों के लिए पैसे देने जरूरी नहीं हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों से अस्पताल में खाने के लिए पैसे लिए जा रहे हैं. साथ ही अस्पताल के अधिकारी और कर्मचारी अस्पताल के अंदर ही अपनी गाड़ियों को पार्क करते हैं, जो नियमों के अनुसार गलत है.
'निगम राजन बाबू अस्पताल का दौरा करेगा'
इस पूरे मुद्दे पर हमने उत्तर दिल्ली नगर निगम के नेता सदन तिलकराज कटारा से बातचीत की तो उन्होंने कहा अगले 7 दिनों के अंदर निगम राजन बाबू अस्पताल का दौरा करेगा और तमाम बढ़ती जा रही अनियमितताओं का आंकलन करके उसके लिए दोषी व्यक्ति को दंडित भी किया जाएगा.
मामले को लेकर कांग्रेस के नेता मुकेश गोयल ने भी कहा कि राजन बाबू अस्पताल में अनियमितता आज से नहीं बरती जा रही है, बहुत पहले से इसी तरह से चलती आ रही है. उन्होंने कहा कि जब से भाजपा निगम के अंदर आई है तब से इस तरह की अनियमितताओं का दौर सा चल पड़ा है.