नई दिल्ली: एक के बाद एक लगातार समस्याओं से जूझ रही नॉर्थ MCD के अंदर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. निगम ने एक दिन के लिए सदन को बुलाया था जोकि पूर्व वित्त मंत्री और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के दुखद निधन के कारण रद्द कर दिया गया. जिसके बाद सदन के अंदर AAP के निगम पार्षदों ने जमकर हंगामा किया. पिछले काफी लंबे समय से निगम के सदन की कार्यवाही पूरी नहीं हो पा रही थी. हर बार किसी न किस के दुखद निधन की खबर आ जाती थी. जिसकी वजह से सदन को रद्द करना पड़ता था.
मेयर ने घोषणा करके सदन को रद्द किया
इन सभी हालातों को देखते हुए मेयर ने फैसला लिया था कि अगली बार से अगर कोई भी दुखद खबर सामने आती है तो सदन को सिर्फ आधे घंटे के लिए रद्द करके उसकी कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा. लेकिन इस बार सदन के अंदर कुछ उल्टा ही हुआ. सदन डेढ़ घंटे के लिए चला तो जरूर लेकिन पूरे डेढ़ घंटे तक अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी गई. जिसके बाद मेयर ने घोषणा करके सदन को रद्द कर दिया.
AAP के निगम पार्षदों ने जमकर हंगामा किया
मेयर अवतार सिंह की सदन रद्द करने की घोषणा के बाद ही आप के निगम पार्षदों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. जिसके बाद सभी निगम पार्षद मेयर के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए और इस्तीफे की मांग करने लगे. ईटीवी भारत की टीम ने धरने पर बैठे आप के सभी निगम पार्षदों से बातचीत की. नेता विपक्ष सुरजीत सिंह पंवार ने बताया कि वो पिछले काफी लंबे समय से सदन के अंदर अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखने का प्रयास कर रहे हैं.
हर बार किसी न किसी दुखद खबर की वजह से सदन को रद्द किया जाता है. और AAP के निगम पार्षदों को अपने क्षेत्र की समस्या रखने का मौका नहीं दिया जा रहा है.
अविश्वास प्रस्ताव आने की थी संभावना
कमिश्नर वर्षा जोशी और निगम पार्षदों के बीच पिछले कुछ दिनों में बढ़े मतभेदों के बाद यह पहली बार था. जिसमें कमिश्नर वर्षा जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने की संभावना थी. लेकिन सदन को एकाएक बिना किसी पूर्व सूचना के रद्द कर दिया गया. जिसकी वजह से AAP के निगम पार्षदों ने मेयर के दफ्तर के बाहर धरना दिया.