नई दिल्ली: भारत में नाइजीरिया के हाई कमिश्नर अहमद सुले ने गुरुवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. दिल्ली सचिवालय में हुई बैठक के बाद सीएम कार्यालय ने बताया कि उन्होंने दिल्ली की शिक्षा-स्वास्थ्य क्रांति की तारीफ की है. साथ ही सरकारी स्कूल-अस्पताल का दौरा कर शिक्षा-स्वास्थ्य मॉडल को समझने की इच्छा व्यक्त की है. जिसे सीएम अरविंद केजरीवाल ने यथाशीघ्र पूरा करने का भरोसा दिया.
बताया जा रहा है कि दोनों के बीच हुई बैठक में हाई कमिश्नर अहमद सुले ने सीएम केजरीवाल से दिल्ली में हो रहे जनहित के ढेरों काम के बारे में पूछा. इस पर सीएम ने बताया कि भ्रष्टाचार पर लगाम, फिजूलखर्ची पर रोक और क्षमतावान कार्य पद्धति है तो जनता की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार में संसाधन की कमी नहीं है. इस दौरान शिक्षा मंत्री आतिशी और डीडीसी के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह भी मौजूद रहे.
दिल्ली की शिक्षा क्रांति पर की बातः दिल्ली के शिक्षा-स्वास्थ्य मॉडल के बारे में केजरीवाल ने उन्हें बताया कि जब हम सरकार में आए तभी से हमारा मुख्य फोकस सरकारी स्कूल हैं. हम सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा देना चाहते हैं. इसलिए शुरुआत से ही अपने कुल बजट का करीब 25 फीसदी हिस्सा शिक्षा पर खर्च करते हैं. सरकारी स्कूलों को शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर दिया और कई स्कूलों में स्विमिंग पूल भी बने हैं. आज सरकारी स्कूलों के रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर हैं.
आतिशी ने साझा किए अनुभवः शिक्षा मंत्री आतिशी ने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में आए क्रांतिकारी बदलाव को विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि हमने सरकारी स्कूलों की दुर्दाशा को दुरुस्त करने के लिए क्रमवार कदम उठाए. पहले हमने स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक करने का निर्णय लिया. स्कूलों की नई बिल्डिंग बनवाई. स्कूलों डिजिटल क्लासरूम, मनोरंजन के साधन आदि सुविधाएं उपलब्ध है और बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा दी जा रही है. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर है.
स्वास्थ्य मॉडल को विस्तार से बतायाः वहीं, सीएम ने दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कहा कि दिल्ली में कई मल्टी और सुपर मल्टी स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल हैं. हमने इन सरकारी अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया. दिल्ली में प्राइमरी हेल्थ केयर सुविधाओं के अभाव को देखते हुए मोहल्ला क्लीनिक बनाए. अब तक हमने 550 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक बनाए हैं, जो दिल्ली के हर इलाके में स्थित हैं.
मोहल्ला क्लीनिक्स में छोटी-छोटी बीमारियों का इलाज किया जाता है. अब लोगों को अपने घर के पास ही बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध है. सीएम ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में सभी लोगों का पूरा इलाज मुफ्त किया जाता है. पंजाब में भी हमारी सरकार है. हमने वहां एक साल के अंदर 650 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक बनाए हैं और अभी काफी सारे मोहल्ला क्लीनिक बनाए जा रहे हैं.