नई दिल्ली: देश में आचार संहिता लगने से पहले नेताओं ने जगह-जगह घूम कर शिलान्यास और उद्घाटन किया. स्थानीय लोगों का कहना है कि 5 साल बीत गए अभी तक इस सड़क का निर्माण न तो आप विधायक संजीव झा और न ही निगम पार्षद करा सके हैं. सड़क पर भाजपा की स्थानीय निगम पार्षद और सांसद मनोज तिवारी के नाम का बोर्ड भी लगा हुआ है. लेकिन वह भी इस सड़क का निर्माण कार्य कराने में पूरी तरह से असमर्थ नजर आए हैं.
किसी वजह से सड़क नहीं बन पाई
सड़क के मुद्दे पर जेडीयू के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि मनोज तिवारी इसका पहले शिलान्यास कर चुके हैं. लेकिन किसी वजह से सड़क नहीं बन पाई. क्योंकि यह सड़क पहले न तो दिल्ली सरकार के अधीन थी और ना ही नई दिल्ली नगर निगम के अधीन थी. कई विभागों के बीच मसला चल रहा था जिसकी वजह से निर्माण कार्य होने में देरी हुई. अब आने वाले कुछ ही दिनों में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और लोगों को एक नई रोड मिलेगी. स्थानीय लोगों का आरोप है कि चुनाव के समय में स्थानीय नेता झूठे वादे कर लोगों का वोट तो हासिल कर लेते हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का निदान नहीं कर पाते हैं.