नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार की लापरवाही सामने आई है. दिल्ली सरकार के 56 विभागों को इस बात की जानकारी नहीं है कि अलीपुर इलाके में स्थित स्टेडियम किसका है. इसकी वजह से देख रेख के आभाव में यह स्टेडियम अब खिलाड़ियों के बजाय असामाजिक तत्वों का पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है.
1997 में बना था स्टेडियम
दरअसल बाहरी दिल्ली के इलाके में खेलों को बढ़ावा देने के लिए 1997 में अलीपुर में एक स्टेडियम का निर्माण किया गया था. तब दिल्ली नगर निगम द्वारा बनवाए गए इस स्टेडियम का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा ने किया था. कुछ समय तक स्टेडियम खिलाड़ियों से भरा भी रहा.
इस दौरान स्टेडियम में कुछ खेलों के आयोजन भी हुए. लेकिन विभागीय लापरवाही की वजह से आज ये स्टेडियम खंडहर में तब्दील हो गया है और अब यहां खिलाड़ियों के बजाय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. आरटीआई एक्टिविस्ट हरपाल राणा ने बताया कि स्टेडियम की दुर्दशा को देखते हुए उन्होंने बीते दिनों पिजिएमएस पर शिकायत की.
मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत
शिकायत को मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से स्टेडियम को बनाने वाले दिल्ली नगर निगम के तमाम जोनल ऑफिस समेत दिल्ली सरकार के 56 विभगों को भेजा गया. लेकिन शर्मनाक बात ये है कि 56 विभागों में से, एक भी जोन या विभाग को इस बात की जानकारी नहीं है कि इस स्टेडियम की देख-रेख की जिम्मेदारी किसकी है.