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DUSU Election 2023: हिंदू कॉलेज ने छात्र संघ चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता पर 15 छात्रों को निष्कासित किया

दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई शुरू हो गई है. सोमवार को हिंदू कॉलेज ने 15 स्टूडेंट्स को निष्कासित कर दिया. DUSU Election 2023, Hindu College expelled 15 students

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 30, 2023, 8:21 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के हिंदू कॉलेज ने करीब 15 छात्रों को छात्र संघ चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित कर दिया है. इसके आलावा तीन अन्य छात्रों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर अंजू श्रीवास्तव ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कॉलेज की अनुशासनात्मक संसाधन समिति की सिफारिशों पर यह कार्रवाई की गई है, जिसने कॉलेज चुनाव के दौरान व्यवधान में इन छात्रों की संलिप्तता पाई है. छात्रों को व्यवधान में उनकी भागीदारी के स्तर पर एक सीमित अवधि के लिए निष्कासित किया गया है.

प्राचार्य ने आगे बताया कि 27 अक्टूबर को एक ई-मेल में कॉलेज की अनुशासनात्मक संसाधन समिति ने छात्रों को सूचित किया कि उसने 15-18 सितंबर के दौरान कॉलेज में छात्र संघ के चुनाव के दौरान उनकी घोर अनुशासनहीनता देखी थी. समिति ने अपने ईमेल में छात्रों के साथ 16 अक्टूबर की बैठक का हवाला दिया. इसके दौरान उसने उन्हें कथित घटनाओं में संलिप्तता की तस्वीरें और वीडियो दिखाए.

यह भी पढ़ेंः 11 वर्षों में 8वीं बार डीयू अध्यक्ष पद पर जीता अभाविप, विजयी प्रत्याशियों ने कही ये बातें

फिर समिति ने छात्रों को बताया कि 15-18 सितंबर के दौरान आपका आचरण घोर अनुशासनहीनता के अंतर्गत आता है. उल्लेखनीय है कि हिंदू कॉलेज के छात्रों ने सितंबर में कॉलेज में प्रधानमंत्री और केंद्रीय पार्षदों के पदों के लिए 30 छात्रों के नामांकन खारिज होने पर भूख हड़ताल की थी. हिंदू कॉलेज में छात्र संघ के प्रमुख को राष्ट्रपति के बजाय प्रधानमंत्री कहा जाता है.

कम उपस्थिति के कारण कॉलेज ने किए थे नामांकन रद्दः कॉलेज ने नामांकन रद्द करने का कारण कम उपस्थिति बताया था और मामला बढ़ने के बाद जांच के आदेश दिए थे. साथ ही पुलिस कार्रवाई की मांग की थी. लिंगदोह समिति द्वारा संघ चुनावों में भाग लेने वाले छात्रों के लिए निर्धारित पात्रता मानदंड के अनुसार, छात्रों की न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए.

डीआरसी समिति के प्रमुख रामेश्वर राय ने कहा कि चुनाव के दौरान व्यवधान में शामिल होने के कारण लगभग 15 छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है और तीन अन्य के बारे में पूछताछ चल रही है. अनुशासनात्मक समिति द्वारा अधिकतम चार महीने का निष्कासन दिया गया है. छात्रों पर अनुशासनहीनता, संस्थागत संपत्ति को नष्ट करने और शैक्षणिक कामकाज में व्यवधान के आरोप में यह कार्रवाई की गई है. निष्कासित छात्रों को एक शपथ पत्र में यह वचन देने के लिए कहा गया है कि वे भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे.

यह भी पढ़ेंः जेएनयू में तीन साल से नहीं हुआ छात्रसंघ चुनाव! छात्र संगठनों को प्रशासन के नोटिफिकेशन का इंतजार

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के हिंदू कॉलेज ने करीब 15 छात्रों को छात्र संघ चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित कर दिया है. इसके आलावा तीन अन्य छात्रों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर अंजू श्रीवास्तव ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कॉलेज की अनुशासनात्मक संसाधन समिति की सिफारिशों पर यह कार्रवाई की गई है, जिसने कॉलेज चुनाव के दौरान व्यवधान में इन छात्रों की संलिप्तता पाई है. छात्रों को व्यवधान में उनकी भागीदारी के स्तर पर एक सीमित अवधि के लिए निष्कासित किया गया है.

प्राचार्य ने आगे बताया कि 27 अक्टूबर को एक ई-मेल में कॉलेज की अनुशासनात्मक संसाधन समिति ने छात्रों को सूचित किया कि उसने 15-18 सितंबर के दौरान कॉलेज में छात्र संघ के चुनाव के दौरान उनकी घोर अनुशासनहीनता देखी थी. समिति ने अपने ईमेल में छात्रों के साथ 16 अक्टूबर की बैठक का हवाला दिया. इसके दौरान उसने उन्हें कथित घटनाओं में संलिप्तता की तस्वीरें और वीडियो दिखाए.

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फिर समिति ने छात्रों को बताया कि 15-18 सितंबर के दौरान आपका आचरण घोर अनुशासनहीनता के अंतर्गत आता है. उल्लेखनीय है कि हिंदू कॉलेज के छात्रों ने सितंबर में कॉलेज में प्रधानमंत्री और केंद्रीय पार्षदों के पदों के लिए 30 छात्रों के नामांकन खारिज होने पर भूख हड़ताल की थी. हिंदू कॉलेज में छात्र संघ के प्रमुख को राष्ट्रपति के बजाय प्रधानमंत्री कहा जाता है.

कम उपस्थिति के कारण कॉलेज ने किए थे नामांकन रद्दः कॉलेज ने नामांकन रद्द करने का कारण कम उपस्थिति बताया था और मामला बढ़ने के बाद जांच के आदेश दिए थे. साथ ही पुलिस कार्रवाई की मांग की थी. लिंगदोह समिति द्वारा संघ चुनावों में भाग लेने वाले छात्रों के लिए निर्धारित पात्रता मानदंड के अनुसार, छात्रों की न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए.

डीआरसी समिति के प्रमुख रामेश्वर राय ने कहा कि चुनाव के दौरान व्यवधान में शामिल होने के कारण लगभग 15 छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है और तीन अन्य के बारे में पूछताछ चल रही है. अनुशासनात्मक समिति द्वारा अधिकतम चार महीने का निष्कासन दिया गया है. छात्रों पर अनुशासनहीनता, संस्थागत संपत्ति को नष्ट करने और शैक्षणिक कामकाज में व्यवधान के आरोप में यह कार्रवाई की गई है. निष्कासित छात्रों को एक शपथ पत्र में यह वचन देने के लिए कहा गया है कि वे भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे.

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