नई दिल्ली: राजधानी के मुकुंदपुर रेड लाइट के पास रेहड़ी-पटरी हटवाने को लेकर राजनीति अब अपने चरम पर जाती हुई दिखाई दे रही है. मौजूदा निगम पार्षद गुलाब सिंह राठौर द्वारा रेहड़ी पटरी को यह कहकर हटवाया गया था कि यहां फल-सब्जी की रेहड़ी के कारण अक्सर जाम लग जाता है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके बाद कुछ लोग पूर्व निगम पार्षद आम आदमी पार्टी के अजय शर्मा के पास पहुंचे तो उन्होंने मुकुंदपुर रेड लाइट के पास रेहड़ी लगाने वालों को इकट्ठा किया और कहा कि अगर लोगों की रोजी-रोटी दोबारा नहीं शुरू हुई तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
इस दौरान उनका साथ देने के लिए नजदीकी वार्ड से पूर्व निगम पार्षद अश्वनी बागड़ी भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि, यह सुप्रीम कोर्ट का नियम है कि अगर कोई व्यक्ति कई सालों से रेहड़ी लगा रहा है और उसका सर्वे हुआ है, तो उसे हटाया नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि रेहड़ी लगाने से ही उनके परिवार की आजीविका चलती है और उनके पास कोई और काम नहीं है. अगर इन्हें दोबारा रेहड़ी लगाने की अनुमति नहीं दी गई तो एक बड़ा आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि रेहड़ी लगाना रोजगार है लेकिन भाजपा के निगम पार्षद प्रधानमंत्री की बातों का ही पालन नहीं कर रहे हैं.
वहीं लोगों ने कहा कि, रेहड़ी न लगने के कारण दो वक्त की रोटी का भी बंदोबस्त नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि आश्वासन मिलने के बाद कुछ लोग सामान खरीद कर लाए, लेकिन रेहड़ी न लगने से हजारों रुपये का सामान बर्बाद हो गया. इसके बाद अब उन्हें भविष्य की चिंता सता रही है.
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