नई दिल्ली: दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में मरीजों की सुविधा और बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के मकसद से आपातकालीन विभाग में नई व्यवस्था की शुरुआत की गई है. आपातकालीन विभाग में मरीजों की सुविधाओं को देखते हुए इसे तीन जोन में बांट दिया गया है, जिससे मरीजों की और बेहतर देखभाल की जा सके.
यहां आपातकालीन विभाग में मरीजों की देखभाल के लिए रेड जोन, येलो जोन और ग्रीन जोन में बांटा गया है, ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके. साथ ही डॉक्टरों और स्टाफ द्वारा उनकी ठीक तरह से देखभाल की जा सके. इसके अलावा आपातकालीन विभाग के ठीक सामने एंबुलेंस के रुकने के लिए अलग-अलग जगह निर्धारित की गई है. एक साथ अगर दो से तीन एंबुलेंस भी आ जाएं तो अन्य मरीजों के लिए किसी तरह की परेशानी न हो.
अस्पताल के आपातकालीन विभाग में एक हेल्पडेस्क बनाया गया है जहां गंभीर हालत में आए मरीजों की स्थिति को देखते उन्हें रेड जोन, येलो जोन और ग्रीन जोन में भेजा जाता है. जहां उनकी देखभाल के लिए स्पेशल डॉक्टर और नर्स स्टाफ मौजूद हैं. इतना ही नहीं रेड जोन नाजुक हालत में आए मरीजों के लिए सुनिश्चित किया गया है. जहां विशेषकर सीनियर डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि हर संभव स्थिति में मरीजों की जान बचाई जा सके.
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इस संबंध में जानकारी देते हुए संजय गांधी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एसके अरोड़ा ने बताया कि जब से आपातकालीन में ऐसी व्यवस्था बनाई गई है तब से यहां पर बेवजह की भीड़ समाप्त हो गई है. उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के बाद डॉक्टर और मरीज के बीच होने वाले विवाद के मामले भी समाप्त हो गए हैं. इस पहल से मरीज और डॉक्टर दोनों के समय की भी बचत होती है.