नई दिल्ली: दिल्ली देहात के इलाके में कंझावाला बस डिपो बंद होने की वजह से बस यात्रियों के साथ-साथ उनमें तैनात दिल्ली सिविल डिफेंस के मार्शल भी परेशान है. दिल्ली सिविल डिफेंस कर्मी 2 महीने से बेरोजगार होने के बाद वह अपनी फरियाद लेकर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे हैं. डीटीसी बसों में ड्यूटी देने वाले बेरोजगार मार्शलों की मांग हैं कि उन्हें ड्यूटी पर रखा जाए. इस दौरान वह अपने काम को लेकर विधायक कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचे, लेकिन उन्हें रोजगार को लेकर कहीं से भी आश्वासन नहीं मिला. कंझावला से मुख्यमंत्री आवास पर दो दिवसीय सांकेतिक धरने के लिए पहुंचे बस मार्शल की मांग है कि मुख्यमंत्री उनकी समस्याओं को सुने और दोबारा से उन्हें रोजगार दे.
मुख्यमंत्री आवास पर 100 की संख्या में प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे डीटीसी बस मार्शल का कहना है कि 10 अप्रैल को कंझावला बस डिपो बंद हो गया था. अभी तक उसे दोबारा शुरू नहीं किया गया. वहां पर काम करने वाले दिल्ली सिविल डिफेंस के 100 के करीब बस मार्शल अब बेरोजगार हो गए हैं. दूसरी बसों में उन्हें ड्यूटी नहीं दी जा रही है और ना ही उनका ट्रांसफर किया जा रहा है. अपने सामने गहराते बेरोजगारी के संकट को लेकर डीटीसी बस मार्शल बड़ी संख्या में खड़े होकर मुख्यमंत्री आवास पर अपनी मांगों को लेकर पहुंचे हैं. उन्हें मुख्यमंत्री से ही कुछ उम्मीद है कि मुख्यमंत्री उनकी मांग पर संज्ञान लेंगे.
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मार्शलों का कहना है कि वह बीते 2 महीने मे विधायक कार्यालय से लेकर दिल्ली सचिवालय तक पत्राचार कर चुके हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं मिला और अब थक हार कर अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर दो दिवसीय सांकेतिक धरने के लिए पहुंचे है. दो दिन बीत जाने के बाद उन्हें यहां से भी किसी प्रकार के समाधान की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. बस मार्शलों की मांग है कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 5 नए बड़े बस डिपो बनाने की बात की थी और कंझावला बस डिपो भी उनमें से एक था.
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