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दिल्ली सरकार रानीखेड़ा में 147 एकड़ में बनाएगी इंडस्ट्रियल हब, सीएम ने दी मंजूरी

Industrial hub to be built on 147 acres in Ranikheda: रानीखेड़ में इंडस्ट्रियल हब बनाने में आ रही सभी अड़चनों को सरकार ने दूर कर दिया है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीडीए से 147 एकड़ जमीन लेने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है. अब फाइल एलजी के पास भेजी गई है. एलजी से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रकिया शुरू की जाएगी. ताकि रोजगार के नए अवसर पैदा हो सकें.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 2, 2024, 5:37 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के अंदर रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए नए साल की शुरुआत में दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम बढ़ाया है. सरकार रानीखेड़ा में 147 एकड़ जमीन में इंडस्ट्रियल हब बनाने जा रही है. इसके लिए डीडीए से जमीन ली जा रही है. मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. यह इंडस्ट्रियल हब पूरी तरह से ईको-फैंडली होगा.

जानकारी के अनुसार, यहां पर आईटी, आईटीईएस और रिसर्च जैसी सर्विस इंडस्ट्री स्थापित की जाएगी. संभावना है कि इसमें कई क्लस्टर भी होंगे, जहां मल्टीलेबल बिल्डिंग्स बनाई जाएंगी. इंडस्ट्री लगाने के लिए सरकार रियायती दर पर जमीन देगी और इसके विकसित होने पर परोक्ष-अपरोक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार मिल सकेगा. मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलने के बाद अब फाइल एलजी के पास भेजी गई है.

रियायत दर पर मिलेगी जमीनः दिल्ली सरकार ने रानीखेड़ा में नया इंडस्ट्रियल हब को विकसित करने की जिम्मेदारी डीएसआईआईडीसी को सौंपी है. सरकार का कहना है कि इस इंडस्ट्रियल हब में सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. इसके विकास के दौरान हर बुनियादी बातों का ध्यान रखा जाएगा. यहां इंडस्ट्री लगाने के लिए दिल्ली और बाहर के लोग भी रियायती दर पर जमीन ले सकेंगे. चूंकि यह पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल औद्योगिक केंद्र होगा. इसलिए यहां ऐसी इंडस्ट्री के लिए जमीन का आवंटन किया जाएगा, जो किसी तरह से प्रदूषण पैदा न करें. लिहाजा, यहां अधिकतर सर्विस सेक्टर से जुड़ी इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः वीवो इंडिया के तीन अधिकारियों को रिहा करने के आदेश को ईडी ने हाई कोर्ट में दी चुनौती

इन जरूरतों को पूरा करेगा इंडस्ट्रियल हबः रानीखेड़ा में स्थापित होने जा रहा इंडस्ट्रियल हब आईटी, आईटीएस इंडस्ट्री के साथ ही रिसर्च जैसे सर्विस इंडस्ट्री की जरूरतों को पूरा करेगा. इंडस्ट्रियल हब विकसित करने का उद्देश्य व्यापार को बढ़ावा देना और दिल्ली को एक विनिर्माण केंद्र में तब्दील करना है. इसमें स्थापित होने वाली इंडस्ट्री को प्रदूषण मानदंडों का कड़ाई से पालन करना होगा. इसका विकास दो चरणों में किया जाएगा. यहां पर एक स्मार्ट इंटीग्रेटेड आईटी पार्क विकसित किया जाएगा, जिसमें कई बिल्डिंग ब्लॉक होंगे. जो पूरी तरह प्रदूषण रहित होंगे. इसमें आईटी, आईटीडीएस, मीडिया, बॉयोटेक्नोलॉजी, रिसर्च एंड इनोवेशन हब समेत अन्य इंडस्ट्री स्थापित की जाएंगी.

समय-सीमा के अंदर पूरा करने पर जोरः सीएम अरविंद केजरीवाल ने इंडस्ट्रियल हब का विकास तय समय सीमा के अंदर पूरा करने पर बल दिया है. इसके लिए संबंधित विभाग को आवश्यक प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया गया है. दरअसल, सरकार दिल्ली में रोजगार को बढ़ावा देने को लेकर कई तरह की कवायद कर रही है. ताकि दिल्ली में रह रहे लोगों को आसानी से अच्छी जॉब मिल सके. इसी कवायद की कड़ी में रानीखेड़ा में यह इंडस्ट्रीयल हब विकसित किया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः नकली नोटों की प्रिटिंग कर सप्लाई करने वाले इंटरस्टेट गैंग के 3 सदस्यों को स्पेशल सेल ने दबोचा

नई दिल्ली: दिल्ली के अंदर रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए नए साल की शुरुआत में दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम बढ़ाया है. सरकार रानीखेड़ा में 147 एकड़ जमीन में इंडस्ट्रियल हब बनाने जा रही है. इसके लिए डीडीए से जमीन ली जा रही है. मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. यह इंडस्ट्रियल हब पूरी तरह से ईको-फैंडली होगा.

जानकारी के अनुसार, यहां पर आईटी, आईटीईएस और रिसर्च जैसी सर्विस इंडस्ट्री स्थापित की जाएगी. संभावना है कि इसमें कई क्लस्टर भी होंगे, जहां मल्टीलेबल बिल्डिंग्स बनाई जाएंगी. इंडस्ट्री लगाने के लिए सरकार रियायती दर पर जमीन देगी और इसके विकसित होने पर परोक्ष-अपरोक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार मिल सकेगा. मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलने के बाद अब फाइल एलजी के पास भेजी गई है.

रियायत दर पर मिलेगी जमीनः दिल्ली सरकार ने रानीखेड़ा में नया इंडस्ट्रियल हब को विकसित करने की जिम्मेदारी डीएसआईआईडीसी को सौंपी है. सरकार का कहना है कि इस इंडस्ट्रियल हब में सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. इसके विकास के दौरान हर बुनियादी बातों का ध्यान रखा जाएगा. यहां इंडस्ट्री लगाने के लिए दिल्ली और बाहर के लोग भी रियायती दर पर जमीन ले सकेंगे. चूंकि यह पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल औद्योगिक केंद्र होगा. इसलिए यहां ऐसी इंडस्ट्री के लिए जमीन का आवंटन किया जाएगा, जो किसी तरह से प्रदूषण पैदा न करें. लिहाजा, यहां अधिकतर सर्विस सेक्टर से जुड़ी इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया जाएगा.

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इन जरूरतों को पूरा करेगा इंडस्ट्रियल हबः रानीखेड़ा में स्थापित होने जा रहा इंडस्ट्रियल हब आईटी, आईटीएस इंडस्ट्री के साथ ही रिसर्च जैसे सर्विस इंडस्ट्री की जरूरतों को पूरा करेगा. इंडस्ट्रियल हब विकसित करने का उद्देश्य व्यापार को बढ़ावा देना और दिल्ली को एक विनिर्माण केंद्र में तब्दील करना है. इसमें स्थापित होने वाली इंडस्ट्री को प्रदूषण मानदंडों का कड़ाई से पालन करना होगा. इसका विकास दो चरणों में किया जाएगा. यहां पर एक स्मार्ट इंटीग्रेटेड आईटी पार्क विकसित किया जाएगा, जिसमें कई बिल्डिंग ब्लॉक होंगे. जो पूरी तरह प्रदूषण रहित होंगे. इसमें आईटी, आईटीडीएस, मीडिया, बॉयोटेक्नोलॉजी, रिसर्च एंड इनोवेशन हब समेत अन्य इंडस्ट्री स्थापित की जाएंगी.

समय-सीमा के अंदर पूरा करने पर जोरः सीएम अरविंद केजरीवाल ने इंडस्ट्रियल हब का विकास तय समय सीमा के अंदर पूरा करने पर बल दिया है. इसके लिए संबंधित विभाग को आवश्यक प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया गया है. दरअसल, सरकार दिल्ली में रोजगार को बढ़ावा देने को लेकर कई तरह की कवायद कर रही है. ताकि दिल्ली में रह रहे लोगों को आसानी से अच्छी जॉब मिल सके. इसी कवायद की कड़ी में रानीखेड़ा में यह इंडस्ट्रीयल हब विकसित किया जाएगा.

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