नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम का इस बार का सत्र हंगामेदार रहने के साथ-साथ बहस से भरा रहा. सत्र की शुरुआत में बीजेपी के पार्षदों द्वारा प्रधानमंत्री को अनाधिकृत कॉलोनियों के कानून को पास करने को लेकर धन्यवाद दिए जाने पर आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने इसका सिरे से विरोध जताया. जिसको लेकर 'आप' और भाजपा के पार्षदों में बहस छिड़ गई और कांग्रेस के पार्षद इस मुद्दे पर चुटकी लेते नजर आए.
मोदी-मोदी के लगे नारे
निगम के सत्र के दौरान हो रही बहस में माहौल इतना गर्म हो गया था कि एक तरफ जहां 'आई लव केजरीवाल' के नारे लग रहे थे, वहीं दूसरी तरफ 'मोदी-मोदी' के नारों से निगम का पूरा माहौल गूंज उठा. इस पूरी बहस के दौरान कांग्रेस के पार्षद दोनों ही तरफ निशाना साधा और कहा कि बिल पास कर देने से कुछ नहीं होता, उसे जमीन पर लागू करना होता है.
'आप' विधायक ने साधा निशाना
बहस के दौरान निगम के सत्र में शामिल हुए 'आप' के विधायक ऋतुराज ने भी सीधे तौर पर बीजेपी के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ घोषणा करने या बिल पास करने से कुछ नहीं होगा. अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को टोकन देने की बजाय बीजेपी को रजिस्ट्री करवानी होगी.
उन्होंने बीजेपी के ऊपर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने 2015 में ही अनाधिकृत कॉलोनियों के बिल को पास कर दिया था. वह केंद्र सरकार थी, जो इस बिल को पिछले काफी लंबे समय से दबाकर बैठी हुई थी और अब केंद्र सरकार को दिल्ली सरकार के दबाव में आकर इस बिल को पास करना पड़ रहा है. इसका पूरा श्रेय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जाता है.