नई दिल्ली: नत्थूपुरा में आरडब्ल्यूए के सचिव व वेब पत्रकार को पुलिसकर्मी के जरिए पीटे जाने के मामले में सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है. जिसमें पीड़ित नरेंद्र ने पुलिसकर्मी पर कोई हाथ नहीं उठाया. इस शख्स ने मास्क भी लगा रखा था और पुलिस के पास कोरोना से संबंधित सूचना लेने गया था. लेकिन पुलिसकर्मी ने नरेंद्र को बेरहमी से मारा, जिसमें उसका हाथ टूट गया. उसमें बाकी पूरे शरीर पर भी चोट आई है.
उत्तरी बाहरी दिल्ली के स्वरूप नगर थाना इलाके के नत्थूपुरा में एक आरडब्ल्यूए सचिव के साथ पुलिसकर्मी द्वारा पिटाई का मामला सामने आया था. इस मामले में आरडब्ल्यूए के सचिव नरेंद्र कुमार की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की गई थी. अब उसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जिसमें साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि नरेंद्र कुमार ने मास्क पहना हुआ है और वह पुलिसकर्मी को अपनी बात कहने की कोशिश कर रहे हैं. वीडियो में देखा गया कि नरेंद्र फोन पर किसी से बात भी करवाना चाह रहा था, लेकिन पुलिसकर्मी ने उनकी एक न सुनी और सहायता मांगने के बदले उस पर लाठी-डंडे बरसाए.
हाथ हो गया फ्रैक्चर
एक के बाद एक कई लाठियां पड़ने से नरेंद्र कुमार के हाथ में फैक्चर हो गया. वहीं हाथ की हड्डी टूट गई और शरीर पर कई जगहों पर गंभीर चोटें आई हैं. लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि आरडब्लूए सचिव के साथ मारपीट का इस मामले को 24 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं. लिखित में कंप्लेंट भी हुई और एमएलसी भी कराई गई लेकिन इसके बावजूद भी स्वरूप नगर थाना पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करना तो दूर पीड़ित का बयान तक दर्ज नहीं किया है.
अभी तक नहीं की गई कोई कार्रवाई
पुलिस के ऐसे लचर रवैया को देख कर के यह साफ है कि पुलिस के आला अधिकारी पुलिसकर्मी को बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. यही वजह है कि सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बावजूद भी 24 घंटे बीतने के बाद अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. लेकिन यह कहीं ना कहीं पूरे पुलिस महकमे के लिए शर्मिंदगी की बात है.