नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों को कैंपस में चरणबद्ध तरीके से बुलाने को लेकर अलग-अलग छात्र संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने नॉर्थ गेट पर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्र संघ के खिलाफ नारेबाजी की.
वहीं जेएनयू एबीवीपी इकाई अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों को चरणबद्ध तरीके से वापस बुलाना होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कोविड-19 को लेकर कैंपस में विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा उचित इंतजाम करना ही होगा और वह अब अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते हैं.
वहीं जेएनयू एबीवीपी इकाई अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने कहा कि प्रदर्शन से कुछ घंटे पहले विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से एक कमेटी गठित की जाती है जिसमें कहा गया कि छात्रों को कैंपस वापस बुलाने के लिए खाका तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब सरकार ने रिसर्च स्कॉलर्स को चरणबद्ध तरीके से कैंपस वापस बुलाने के लिए कह दिया है तो यह खाका मात्र एक दिखावा है, जिससे कि छात्र विरोध प्रदर्शन ना करें.
'कई बार ज्ञापन भी सौंपा गया'
साथ ही कहा कि कई बार विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों को चरणबद्ध तरीके से वापस से बुलाने के लिए ज्ञापन भी सौंपा गया, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की मांग को नजरअंदाज कर रहा है पर अब यह नहीं होने वाला है और यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को चरणबद्ध तरीके से वापस बुलाने के लिए दिशा निर्देश जारी नहीं करता है.
'पार्क, जिम, मॉल खुल रहे तो विश्वविद्यालय क्यों नहीं'
वहीं इस दौरान प्रदर्शनकारी जेएनयू के छात्र विकास गौतम ने कहा कि जब दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से मॉल, सिनेमा हॉल, जिम, बाजार सब कुछ खोल दिए गए हैं और सरकार ने भी गत माह रिसर्च स्कॉलर्स को चरणबद्ध तरीके से कैंपस में बुलाने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए थे, तो विश्वविद्यालय प्रशासन अपने अड़ियल रवैया क्यों अपनाए हुए हैं और छात्रों को क्यों नहीं आने दे रहा है.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस तरह के रवैये से छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वह अपने शोध कार्य ठीक से नहीं कर पा रहे हैं. इसके अलावा एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान घर चले गए थे लेकिन घर पर पढ़ाई नहीं होने के कारण वापस आए पर अब कैंपस में नहीं जा पाने की वजह से काफी परेशानी आ रही है क्योंकि लाइब्रेरी व अन्य सुविधा बाहर नहीं मिल रही है जो कि कैंपस में आसानी से उपलब्ध थी.