नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के पूर्ण राज्य के दर्जे के लिए आंदोलन का ऐलान कर दिया है. वहीं, अब आप ने एक और पुरानी मांग को समर्थन दिया है. आप के प्रवक्ता राघव चड्डा ने कहा है, 'संविधान की आठवीं अनुसूची में भोजपुरी को जोड़ने की पूर्वांचल समुदाय की मांग का मैं समर्थन करता हूं.'
भोजपुरी भाषा के लिए संवैधानिक दर्जे की मांग लंबे समय से होती रही है. इसके लिए कई आंदोलन भी हुए और हर साल दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी इस मांग से जुड़े कई संगठन प्रदर्शन करते हैं.
बीजेपी की तरफ से कई बार इस मांग का समर्थन किया गया है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने 2013 में कहा था कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे, तो भोजपुरी को जरूर मान्यता मिलेगी लेकिन अब तक यह संभव नहीं हो सका है.
'मैं इस मांग का समर्थन करता हूं'
अब जबकि मोदी को प्रधानमंत्री बने 5 साल हो गए और अब भी यह मांग पूरी नहीं की जा सकी है, ऐसे समय में आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर एक बड़ा दाव खेला है. पार्टी की तरफ से इस मांग का समर्थन किया गया है.
पूर्वांचल एकता मंच ने दिल्ली के द्वारका में 11 वें विश्व भोजपुरी सम्मेलन 2019 का आोयजन किया. इसमें आम आदमी पार्टी दक्षिणी दिल्ली के लोक सभा प्रभारी राघव चड्ढा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए.
इस दौरान उन्होंने कहा कि संविधान की आठवीं अनुसूची में भोजपुरी को जोड़ने की पूर्वांचल समुदाय की मांग का मैं समर्थन करता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि अगर दक्षिणी दिल्ली से सांसद चुना गया, तो ये मुद्दा संसद में पूरी ताकत के साथ उठाऊंगा.
गौरतलब है कि दिल्ली की जनसख्या में पूर्वांचलियों की बहुलता है. भोजपुरी का मुद्दा पूर्वांचली लोगों की भावना से जुड़ा है. ऐसे में इस मांग के मद्देनजर बीजेपी से निराश पूर्वांचली अगर आम आदमी पार्टी के साथ इस मुद्दे के आधार पर जुड़ जाते हैं, तो लोकसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर दिख सकता है.
इससे पहले 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत में पूर्वांचली वोटों ने बड़ी भूमिका निभाई थी.