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दिल्ली पुलिस का 76वां स्थापना दिवस आज, नई वर्दी में नजर आएगी स्पेशल सेल टीम

16 फरवरी को दिल्ली पुलिस अपना 76वां स्थापना दिवस मनाने जा रही है. दिल्ली पुलिस की स्थापना के 76 साल पूरे हो गए हैं. कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे और 6 मोबाइल फॉरेंसिक वाहनों को जनता को समर्पित करेंगे.

दिल्ली पुलिस का 76वां स्थापना दिवस
दिल्ली पुलिस का 76वां स्थापना दिवस
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Published : Feb 16, 2023, 9:44 AM IST

Updated : Feb 16, 2023, 10:54 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस का स्थापना दिवस गुरुवार को यानी आज है, इस साल दिल्ली पुलिस का 76वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस परेड के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे और दिल्ली पुलिस के बेड़े में शामिल हो रहे 6 मोबाइल फॉरेंसिक वाहनों को भी जनता को समर्पित करेंगे. वहीं, दिल्ली पुलिस भी नई वर्दी में नजर आएगी.

डीसीपी स्पेशल सेल इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस की स्पेशल सेल स्थापना दिवस पर पुलिस नई वर्दी पहनेगी. हालांकि इससे पहले दिल्ली के कुछ अधिकारियों ने यह वर्दी पहनी है. दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस पर दिल्ली पुलिस स्वाट टीम के लिए नई वर्दी पैटर्न प्रस्तुत कर रही है, जो दिल्ली में शहरी परिदृश्य के लिए अधिक अनुकूल है. जिसके साथ दिल्ली पुलिस का स्वाट स्क्वायड परेड में नए प्रारूप को प्रदर्शित करेगा. परेड में कुल 71 कमांडो हिस्सा लेंगे, जिसमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल रहेंगे. वहीं देश की सबसे स्मार्ट फ़ोर्स एनएसजी के कमांडो की वर्दी के पैटर्न को ध्यान में रखते हुए स्पेशल सेल के अधिकारियों को वर्दी दी जा रही है.

बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्थापना साल 1948 में पंजाब पुलिस से अलग होने के बाद 16 फरवरी को हुई थी. इस दिन दिल्ली पुलिस के मुखिया का कार्यभार डब्लू डी मेहरा ने संभाला था और वह दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर थे. उसके बाद से लगातार हर साल 16 फरवरी का दिन दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. जानकारी के अनुसार बीते 75 सालों में दिल्ली पुलिस के कई प्रारूप बदले हैं. दिल्ली में पुलिस के इतिहास की बात करें तो दिल्ली में पुलिस की व्यवस्था की शुरुआत करीब 800 साल पुरानी मानी जाती है, तब दिल्ली की सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी शहर के कोतवाल करते थे. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के दादा पंडित गंगाधर नेहरू दिल्ली के आखरी कोतवाल थे. उस समय शहर के कोतवाल से आधुनिक दौर में दिल्ली पुलिस ने लंबी दूरी तय की है.

दिल्ली का पहला कोतवाल सन 1237 में मलिक उल उमरा फखरुद्दीन थे, 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया और दिल्ली में कोतवाल की व्यवस्था भी खत्म कर दी. उस समय पंडित मोतीलाल के पिता पंडित गंगाधर नेहरू दिल्ली के आखिरी कोतवाल थे. अंग्रेजों ने मुगल काल के बाद पुलिस को एक बार फिर संगठित किया, उस समय दिल्ली पंजाब का हिस्सा हुआ करती थी. 1912 में दिल्ली को भारत की राजधानी बनने के बाद तक भी दिल्ली में पंजाब पुलिस की देखरेख होती थी. उस दौरान दिल्ली का पहला मुख्य आयुक्त नियुक्त किया गया था, जिसे पुलिस महानिरीक्षक या आईजी के अधिकार दिए गए थे और पुलिस का मुख्यालय अंबाला में हुआ करता था. आजादी से पहले दिल्ली शहर की सुरक्षा के लिए दो इंस्पेक्टर, 27 सब इंस्पेक्टर, 110 हवलदार, 950 सिपाही और 28 घुड़सवार थे. वहीं देहात के इलाकों की सुरक्षा के लिए 2 इंस्पेक्टर काम करते थे और उनका मुख्यालय सोनीपत और बल्लभगढ़ में था.

वहीं, उस समय तीन तहसील सोनीपत, दिल्ली और बल्लभगढ़ के अंतर्गत आती थी, बात करें तो दिल्ली शहर में सिर्फ तीन पुलिस थाने कोतवाली, सब्जी मंडी और पहाड़गंज थे, जिनकी बैरक सिविल लाइंस में होती थी. 1946 में दिल्ली पुलिस का पुनर्गठन हुआ और पुलिस वालों की संख्या दोगुनी कर दी गई. इसके बाद 1948 में दिल्ली का पहला पुलिस महा निरीक्षक डब्ल्यू डी मेहरा को नियुक्त किया गया और उनकी नियुक्ति 16 फरवरी को हुई थी, इसलिए 16 फरवरी को हर साल दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस मनाया जाता है. 1 जुलाई 1978 को दिल्ली में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई, मौजूदा समय दिल्ली पुलिस की संख्या लगभग एक लाख और थानों की संख्या 192 है.

ये भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री के नाम से नगालैंड के नेताओं को दिया गया मदद का झांसा, जांच में जुटी पुलिस

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस का स्थापना दिवस गुरुवार को यानी आज है, इस साल दिल्ली पुलिस का 76वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस परेड के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे और दिल्ली पुलिस के बेड़े में शामिल हो रहे 6 मोबाइल फॉरेंसिक वाहनों को भी जनता को समर्पित करेंगे. वहीं, दिल्ली पुलिस भी नई वर्दी में नजर आएगी.

डीसीपी स्पेशल सेल इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस की स्पेशल सेल स्थापना दिवस पर पुलिस नई वर्दी पहनेगी. हालांकि इससे पहले दिल्ली के कुछ अधिकारियों ने यह वर्दी पहनी है. दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस पर दिल्ली पुलिस स्वाट टीम के लिए नई वर्दी पैटर्न प्रस्तुत कर रही है, जो दिल्ली में शहरी परिदृश्य के लिए अधिक अनुकूल है. जिसके साथ दिल्ली पुलिस का स्वाट स्क्वायड परेड में नए प्रारूप को प्रदर्शित करेगा. परेड में कुल 71 कमांडो हिस्सा लेंगे, जिसमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल रहेंगे. वहीं देश की सबसे स्मार्ट फ़ोर्स एनएसजी के कमांडो की वर्दी के पैटर्न को ध्यान में रखते हुए स्पेशल सेल के अधिकारियों को वर्दी दी जा रही है.

बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्थापना साल 1948 में पंजाब पुलिस से अलग होने के बाद 16 फरवरी को हुई थी. इस दिन दिल्ली पुलिस के मुखिया का कार्यभार डब्लू डी मेहरा ने संभाला था और वह दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर थे. उसके बाद से लगातार हर साल 16 फरवरी का दिन दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. जानकारी के अनुसार बीते 75 सालों में दिल्ली पुलिस के कई प्रारूप बदले हैं. दिल्ली में पुलिस के इतिहास की बात करें तो दिल्ली में पुलिस की व्यवस्था की शुरुआत करीब 800 साल पुरानी मानी जाती है, तब दिल्ली की सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी शहर के कोतवाल करते थे. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के दादा पंडित गंगाधर नेहरू दिल्ली के आखरी कोतवाल थे. उस समय शहर के कोतवाल से आधुनिक दौर में दिल्ली पुलिस ने लंबी दूरी तय की है.

दिल्ली का पहला कोतवाल सन 1237 में मलिक उल उमरा फखरुद्दीन थे, 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया और दिल्ली में कोतवाल की व्यवस्था भी खत्म कर दी. उस समय पंडित मोतीलाल के पिता पंडित गंगाधर नेहरू दिल्ली के आखिरी कोतवाल थे. अंग्रेजों ने मुगल काल के बाद पुलिस को एक बार फिर संगठित किया, उस समय दिल्ली पंजाब का हिस्सा हुआ करती थी. 1912 में दिल्ली को भारत की राजधानी बनने के बाद तक भी दिल्ली में पंजाब पुलिस की देखरेख होती थी. उस दौरान दिल्ली का पहला मुख्य आयुक्त नियुक्त किया गया था, जिसे पुलिस महानिरीक्षक या आईजी के अधिकार दिए गए थे और पुलिस का मुख्यालय अंबाला में हुआ करता था. आजादी से पहले दिल्ली शहर की सुरक्षा के लिए दो इंस्पेक्टर, 27 सब इंस्पेक्टर, 110 हवलदार, 950 सिपाही और 28 घुड़सवार थे. वहीं देहात के इलाकों की सुरक्षा के लिए 2 इंस्पेक्टर काम करते थे और उनका मुख्यालय सोनीपत और बल्लभगढ़ में था.

वहीं, उस समय तीन तहसील सोनीपत, दिल्ली और बल्लभगढ़ के अंतर्गत आती थी, बात करें तो दिल्ली शहर में सिर्फ तीन पुलिस थाने कोतवाली, सब्जी मंडी और पहाड़गंज थे, जिनकी बैरक सिविल लाइंस में होती थी. 1946 में दिल्ली पुलिस का पुनर्गठन हुआ और पुलिस वालों की संख्या दोगुनी कर दी गई. इसके बाद 1948 में दिल्ली का पहला पुलिस महा निरीक्षक डब्ल्यू डी मेहरा को नियुक्त किया गया और उनकी नियुक्ति 16 फरवरी को हुई थी, इसलिए 16 फरवरी को हर साल दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस मनाया जाता है. 1 जुलाई 1978 को दिल्ली में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई, मौजूदा समय दिल्ली पुलिस की संख्या लगभग एक लाख और थानों की संख्या 192 है.

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Last Updated : Feb 16, 2023, 10:54 AM IST
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