नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North MCD) के कर्मचारी लगातार कोरोना की चपेट में आ रहे है. वहीं अब तक निगम के लगभग 30 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके है. वहीं 100 से अधिक कर्मचारियों को निगम को एहतियात होम क्वॉरेंटाइन करना पड़ा है.
कोरोना से शिक्षिका की मौत
इससे पहले निगम की एक शिक्षिका की मृत्यु भी कोरोना की वजह से हो चुकी है. जिसके बाद शिक्षिका के परिवार को निगम की तरफ से अभी तक ना तो कोई कंपनसेशन मिला है और ना ही कोई सहायता मिली है, जोकि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है. आपको बता दें कि उनकी मौत से ठीक एक दिन पहले उनके पति की भी मौत हो गई थी. ऐसे में अभी तक निगम की तरफ से शिक्षिका के परिवार को किसी भी प्रकार की सहायता न मिल पाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
कमिश्नर के दावे झूठे
वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम की कमिश्नर वर्षा जोशी की तरफ से जो तमाम दावे किए जा रहे थे. अब वह जमीनी स्तर पर झूठे साबित हो रहे हैं, ना तो सभी कर्मचारियों को उत्तरी दिल्ली नगर निगम में पीपीई किट मिली है और ना ही सुरक्षा के अन्य उपकरण मिले है. साथ ही कर्मचारियों के ऊपर काम को लेकर कमिश्नर वर्षा जोशी के द्वारा अतिरिक्त दबाव भी बनाया जा रहा है. जिसके बारे में निगम कर्मचारी दबे स्वर में लगातार पिछले कई दिनों से आवाज उठा रहे हैं.
कुल मिलाकर देखा जाए तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. उसके बाद अब निगम कि कमिश्नर वर्षा जोशी की प्रशासन व्यवस्था और नेतृत्व क्षमता के ऊपर भी सवाल उठना शुरू हो गए हैं. क्योंकि निगम कर्मचारियों को अभी तक पूर्णता सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं हो पाए हैं. साथ ही निगम के कर्मचारियों को वेतन भी समय पर नहीं मिल रहा है.