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सस्ता लोन दिलाने के नाम पर करते थे लाखों की ठगी, दो अरेस्ट

छानबीन के दौरान साइबर सेल और तीस हजारी पुलिस चौकी ने आरोपियों के पास से कुल 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. इसके अलावा फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए 19 सिम, 17 डेबिट कार्ड, ब्लैंक चेक और अन्य दस्तावेज इनके पास से बरामद हुए हैं.

पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
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Published : May 17, 2019, 12:05 PM IST

नई दिल्ली: सस्ता लोन दिलाने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी करने वाला गैंग दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. ये गैंग लोगों के साथ लाखों रुपये की ठगी कर चुका है. पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर इनके पास से काफी सारे दस्तावेज और अन्य सामान बरामद किया है.

पुलिस इस गैंग की मदद करने वालों को भी तलाश रही है. पुलिस उस शख्स की भी खोज में है जो फर्जी दस्तावेजों पर सिम मुहैया करा रहा था. पुलिस के मुताबिक मनोज ठाकुर नामक शख्स ने तीस हजारी पुलिस चौकी में बीते 28 फरवरी को ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी.

2 arrest for offering easy loan and cheating people
17 डेबिट कार्ड और ब्लैंक चेक बरामद

इसके साथ ही साइबर सेल को भी उन्होंने अपनी शिकायत भेजी थी. इसमें उन्होंने बताया कि लोन दिलाने के नाम पर उनसे 1 लाख 60 हजार रुपये ठगे गए हैं.

इस जानकारी पर साइबर सेल ने मामले की छानबीन करते हुए राजकुमार और बबलू नामक दो युवकों को पकड़ लिया. इसकी जानकारी तीस हजारी पुलिस चौकी के साथ साझा की गई, जिसके बाद ठगी का मामला दर्ज किया गया.

कई दूसरे सामान भी जब्त
छानबीन के दौरान साइबर सेल और तीस हजारी पुलिस चौकी ने आरोपियों के पास से कुल 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. जिनका इस्तेमाल लोगों को कॉल करने के लिए किया जाता था. इसके अलावा फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए 19 सिम, 17 डेबिट कार्ड, ब्लैंक चेक और अन्य दस्तावेज इनके पास से बरामद हुए हैं.

2 arrest for offering easy loan and cheating people
पकड़े गए आरोपी

इसके अलावा दो एक्टिवा स्कूटर भी इनकी निशानदेही पर जब्त किए गए हैं. पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो राजीव बजाज उर्फ चिरंजीव से फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड लेते थे. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो सस्ते दर पर लोन का विज्ञापन सभी जगह फैलाते थे. इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में दीवारों पर पैम्फलेट चिपकाते थे.

कोई शख्स जब उनसे लोन के लिए संपर्क करता तो वो फाइल चार्ज, इंश्योरेंस, एडवांस किश्त, जीएसटी, सर्विस टैक्स आदि के नाम पर उनसे रुपये ले लेते. लोन नहीं मिलने पर पीड़ित को ठगी का अहसास होता था.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पहले भी पंजाबी बाग थाने में ठगी का मामला दर्ज है.

नई दिल्ली: सस्ता लोन दिलाने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी करने वाला गैंग दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. ये गैंग लोगों के साथ लाखों रुपये की ठगी कर चुका है. पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर इनके पास से काफी सारे दस्तावेज और अन्य सामान बरामद किया है.

पुलिस इस गैंग की मदद करने वालों को भी तलाश रही है. पुलिस उस शख्स की भी खोज में है जो फर्जी दस्तावेजों पर सिम मुहैया करा रहा था. पुलिस के मुताबिक मनोज ठाकुर नामक शख्स ने तीस हजारी पुलिस चौकी में बीते 28 फरवरी को ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी.

2 arrest for offering easy loan and cheating people
17 डेबिट कार्ड और ब्लैंक चेक बरामद

इसके साथ ही साइबर सेल को भी उन्होंने अपनी शिकायत भेजी थी. इसमें उन्होंने बताया कि लोन दिलाने के नाम पर उनसे 1 लाख 60 हजार रुपये ठगे गए हैं.

इस जानकारी पर साइबर सेल ने मामले की छानबीन करते हुए राजकुमार और बबलू नामक दो युवकों को पकड़ लिया. इसकी जानकारी तीस हजारी पुलिस चौकी के साथ साझा की गई, जिसके बाद ठगी का मामला दर्ज किया गया.

कई दूसरे सामान भी जब्त
छानबीन के दौरान साइबर सेल और तीस हजारी पुलिस चौकी ने आरोपियों के पास से कुल 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. जिनका इस्तेमाल लोगों को कॉल करने के लिए किया जाता था. इसके अलावा फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए 19 सिम, 17 डेबिट कार्ड, ब्लैंक चेक और अन्य दस्तावेज इनके पास से बरामद हुए हैं.

2 arrest for offering easy loan and cheating people
पकड़े गए आरोपी

इसके अलावा दो एक्टिवा स्कूटर भी इनकी निशानदेही पर जब्त किए गए हैं. पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो राजीव बजाज उर्फ चिरंजीव से फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड लेते थे. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो सस्ते दर पर लोन का विज्ञापन सभी जगह फैलाते थे. इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में दीवारों पर पैम्फलेट चिपकाते थे.

कोई शख्स जब उनसे लोन के लिए संपर्क करता तो वो फाइल चार्ज, इंश्योरेंस, एडवांस किश्त, जीएसटी, सर्विस टैक्स आदि के नाम पर उनसे रुपये ले लेते. लोन नहीं मिलने पर पीड़ित को ठगी का अहसास होता था.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पहले भी पंजाबी बाग थाने में ठगी का मामला दर्ज है.

Intro:नई दिल्ली उत्तरी जिला
जगह-जगह लगे हुए सस्ते लोन के पोस्टर देखकर अगर आप भी लोन लेने की इच्छा रखते हैं तो इस गैंग से मिल लीजिए. लोगों को सस्ते लोन का झांसा देकर यह गैंग लाखों रुपये की ठगी कर चुका है. पुलिस ने इस गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके पास से काफी सारे दस्तावेज एवं अन्य सामान बरामद किया है. पुलिस इस गैंग को फर्जी दस्तावेज पर सिम कार्ड देने वाले शख्स की तलाश कर रही है.



Body:पुलिस के अनुसार मनोज ठाकुर नामक शख्स ने तीस हजारी पुलिस चौकी में बीते 28 फरवरी को ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. इसके साथ ही साइबर सेल को भी उन्होंने अपनी शिकायत भेजी थी. इसमें उन्होंने बताया कि लोन दिलाने के नाम पर उनसे 1.60 लाख रुपये ठगे गए हैं. इस जानकारी पर साइबर सेल ने मामले की छानबीन करते हुए राजकुमार और बबलू नामक दो युवकों को पकड़ लिया. इसकी जानकारी तीस हजारी पुलिस चौकी के साथ साझा की गई, जिसके बाद इस बाबत ठगी का मामला दर्ज किया गया.


मोबाइल से लेकर फर्जी सिम तक हुई बरामद
छानबीन के दौरान साइबर सेल और तीस हजारी पुलिस चौकी ने आरोपियों के पास से कुल 7 मोबाइल फोन बरामद किए जिनका इस्तेमाल लोगों को कॉल करने के लिए किया जाता था. इसके अलावा फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए 19 सिम, 17 डेबिट कार्ड, ब्लैंक चेक एवं अन्य दस्तावेज इनके पास से बरामद किए गए. इसके अलावा दो एक्टिवा स्कूटर भी इनकी निशानदेही पर जब्त किए गए हैं. पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह राजीव बजाज उर्फ चिरंजीव से फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड लेते थे. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.





Conclusion:इस तरह से करते थे वारदात
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह पर सस्ते दर पर लोन का विज्ञापन सभी जगह फैलाते थे. इसके अलावा दिल्ली एनसीआर में दीवारों पर भी वह पैम्फलेट चिपकाते थे. कोई शख्स जब उनसे लोन के लिए संपर्क करता तो वह फाइल चार्ज, इंश्योरेंस, एडवांस किश्त, जीएसटी, सर्विस टैक्स आदि के नाम पर उनसे रुपये ले लेते. लोन नहीं मिलने पर पीड़ित को ठगी का एहसास होता. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पहले भी पंजाबी बाग थाने में ठगी का मामला दर्ज है.
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