नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के चिड़ियाघर में एशिया की सबसे बुजुर्ग चिंपैंजी रीटा की हालत इन दिनों नाजुक बनी हुई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रीटा पिछले काफी दिनों से बीमार चल रही है और उसे केवल खाने में तरल पदार्थ दिए जा रहे हैं. इसके अलावा डॉक्टरों की निगरानी में रीटा को रखा जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश, पंजाब और उत्तर प्रदेश के बरेली से पशु चिकित्सक रीटा का उपचार कर रहे हैं.
मालूम हो कि शुक्रवार को साढे़ आठ वर्षीय रामा नामक रॉयल बंगाल टाइगर की मौत हो गई थी.
रीटा को 5 साल की उम्र में
बता दें कि दिल्ली चिड़ियाघर में इन दिनों अक्सर जानवरों के बीमार होने की खबर आ रही है. ताज़ा मामला देश की सबसे उम्रदराज चिंपैंजी रीटा का है. लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में नाम दर्ज करा चुकी इस चिंपैंजी का जन्म 15 दिसंबर 1960 को एम्स्टर्डम के चिड़ियाघर में हुआ था. रीटा को दिल्ली तब लाया गया था, जब उसकी उम्र लगभग पांच साल की थी.
इस उम्रदराज चिंपैंजी की देखभाल में चिड़ियाघर प्रशासन ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी. लेकिन अचानक रीटा की तबियत बिगड़ने की बात सामने आ रही है.
फल और मेवे खाती थी रीटा
दिल्ली चिड़ियाघर के अधिकारी ने बताया कि रीटा को जहां पहले मौसमी फल और मेवे खाने के लिए दिए जाते थे. वहीं अब चिकित्सकों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है और उसे खाने में केवल तरल पदार्थ ही दिए जा रहे हैं. इसके अलावा चिड़ियाघर से एक भालू के बीमार होने की बात भी सामने आ रही है.
बंगाल टाइगर की हुई थी मौत
बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली चिड़ियाघर में रॉयल बंगाल टाइगर की मौत हो गई थी. टाइगर की मौत की वजह लंबी बीमारी बताई जा रही है. रामा नाम के इस रॉयल टाइगर को मैसूर चिड़ियाघर से लाया गया था और यह पिछले ढाई महीने से बीमार चल रहा था.
तीन सदस्यीय समिति का गठन
केंद्रीय चिड़ियाघर प्रधिकरण द्वारा तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. जो रॉयल बंगाल टाइगर की मौत और चिंपैंजी रीटा के बिगड़ते स्वास्थ्य की जांच कर तीन दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट दाखिल करेगी.
चिड़ियाघर प्रशासन हरकत में
चिड़ियाघर के पशुओं के बिगड़ते स्वास्थ्य को लेकर चिड़ियाघर प्रशासन हरकत में आया है. जिसके बाद एक चिकित्सक को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही सभी पशुओं की मौत के मामले की जांच के लिए विशेष एसआईटी का गठन किया गया है.
अगस्त में भी हुई थी कई पशुओं की मौत
बता दें कि चिड़ियाघर में पशुओं के बीमार होने या मरने का यह कोई पहला मामला नहीं है. अगस्त महीने में भी चिड़ियाघर से उम्रदराज काले हिरण, जंगली सूअर और एक अफ्रीकी भैंसे की मौत होने की बात सामने आई थी.