नई दिल्ली: पुस्तक प्रेमियों के लिए शनिवार का दिन खुशियां लेकर आया. दिल्ली के प्रगति मैदान में 5 मार्च तक चलने वाले विश्व पुस्तक मेला का आगाज हो गया है. यह पुस्तक मेला का 50वां साल है और कोरोना महामारी के ठीक तीन साल बाद एक बार फिर यह मेला पुस्तक प्रेमियों के लिए शुरू हो चुका है. यहां पर खास बात यह है कि पुस्तक प्रेमियों को उपहार के तौर पर भगवद गीता दी जाएगी. सुन कर आपको थोड़ी हैरानी जरूरी होगी लेकिन यह सच है.
दरअसल, प्रगति मैदान के हॉल नंबर 5 में पीएम मोदी का एक कटआउट बनाया गया है, जिसमें पीएम के हाथों में एक किताब है. भगवद गीता नाम की यह किताब पीएम के हाथों से लेने के लिए लोगों में क्रेज देखने को मिल रहा है. यहां पर पीएम मोदी का कट आउट देख लोग यहां कुछ देर के लिए रुक रहे हैं और फोटो खींच रहे हैं. इसके अलावा आई लव विश्व पुस्तक मेला का एक कट आउट भी लोगों को अपना दीवाना बना रहा है. लोग परिवार संग बारी बारी से फोटो ले रहे हैं. चलिए अब जानते हैं विश्व पुस्तक मेला में क्या कुछ खास है.
जानें संविधान के बारे में
हॉल नंबर 5 में जब आप आगे बढ़ेंगे तो आपको भारत रत्न भीमराव अंबेडकर की एक सुंदर सी मूर्ति भी आकर्षित करेगी. यहां पर भारत का संविधान नाम की पुस्तक रखी गई है. यहां पहले दिन काफी लोगों ने भारत का संविधान नाम की पुस्तक के बारे में जाना और जानकारी ली. यहां पर संविधान का प्रारूपण करने वाले सभी महान नेताओं की एक डिजिटल फोटो भी लोगों को काफी आकर्षित कर रही है.
कितने प्रकाशक हैं मौजूद
हॉल नंबर 5 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) की ओर से एक स्टॉल लगाया गया है, जहां पर संस्थान से जुड़ी हुई किताबों को प्रदर्शनी के लिए रखा गया है. साथ ही सभी किताबों पर 30 फीसदी छुट दी जा रही है. इस हॉल में जर्मन, फ्रेंच, चाइनीज सहित स्पैनिश भाषा सीखने के लिए विशेष तौर पर किताबें रखी गई हैं. युवाओं को यह काफी लुभा रही है. इसके अलावा चाचा चौधरी की किताबों पर भारी छूट दी गई है. यहां बनाए गए एक स्टॉल पर 3 किताब खरीदने पर एक किताब मुफ्त में दी जा रही है. इसके साथ ही साथ शनिवार को हॉल नंबर 5 में ऑथर कॉर्नर पर रूस से आई किताब पर लेखक ने अपने विचार रखे.
'प्यार में शाहीन बाग' हॉल नंबर 2 पर उपलब्ध
शाहीन बाग का नाम तो आपने सुना ही होगा. अब प्यार में शाहीन बाग उपन्यास भी इस पुस्तक मेला में देखने को मिलेगा. 'प्यार में शाहीन बाग' लिखा है राठौर विचित्रमणि सिंह ने.
शटल की सुविधा भी
विश्व पुस्तक मेला में आने वाले लोगों को मेले तक पहुंचाने के लिए शटल सेवा की सुविधा भी दी जा रही है. इसके लिए लोगों से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है. साथ ही इस मेले में आने के लिए 20 रूपए वयस्क और 10 रूपये के लिए बच्चों का टिकट रखा गया है.
धूल से लोग परेशान
एनबीटी और आईटीपीओ के तत्वावधान में मेला का आयोजन किया गया है लेकिन मेले के पहले दिन ही इनकी पोल खुल गई. जगह-जगह से उड़ती धूल से यहां के लोग परेशान रहे. वहीं सफाई कर्मचारी भी बिना पानी के छिड़काव किए ही झाड़ू लगाते दिखे.
रविवार को होगी भारी भीड़
वीकेंड पर शुरू हुए पुस्तक मेले में पहले दिन शनिवार को लोगों की संख्या ठीक रही है. वहीं रविवार को अवकाश होने की वजह से यहां पर भारी भीड़ आएंगी. अब देखने वाली बात यह होगी कि आईटीपीओ भीड़ को कैसे मेंटेन करता है.