नई दिल्ली: मध्य प्रदेश से अवैध हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को सप्लाई करने वाले 2 गैंग के तीन बदमाशों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया हैं. इनके पास से 36 पिस्तौल और 100 से ज्यादा कारतूस बरामद किए गए हैं. यह लोग 8 से 10 हजार रुपये में हथियार खरीदकर 25 से 30 हजार रुपये में बेचते थे. वह दिल्ली-एनसीआर के अलावा हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में हथियार सप्लाई करते थे.
बदमाशों की हुई पहचान
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक अवैध हथियारों को लेकर स्पेशल सेल की टीम लगातार काम कर रही है. इस कड़ी में इंस्पेक्टर शिवकुमार की टीम ने दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया हैं. इनकी पहचान जाहिद और मनीष के रूप में की गई है.
पुलिस ने की बरामदगी
दोनों को इंद्रप्रस्थ पार्क के पास से गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 10 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल, 8 मैगजीन, 15 सिंगल शॉट पिस्टल और 100 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. यह गैंग उत्तर प्रदेश और दिल्ली के विभिन्न बदमाशों को हथियार की सप्लाई करता था.
1 साल में 200 से ज्यादा पिस्तौल खपाये
बदमाशों ने पुलिस को बताया है कि बीते एक साल में 200 पिस्तौल और 600 गोलियां दिल्ली में सप्लाई कर चुके हैं. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह बीते 2-3 साल से हथियार की तस्करी में लिप्त हैं. वह मध्यप्रदेश के सेंधवा से हथियार लेकर आते हैं और उसे दिल्ली एनसीआर में बेचते हैं. यह पिस्तौल वह 7500 में खरीदते हैं और 20 से 30 हजार में बेचते हैं.
अफसर नामक हथियार तस्कर के लिए किया काम
जाहिद ने पुलिस को बताया कि पहले वह अफसर नामक हथियार तस्कर के लिए काम करता था. बाद में उसने खुद हथियार तस्करी शुरू की और मनीष सिरोही के साथ मिलकर काम करने लगा. दूसरे मामले में इंस्पेक्टर रविन्द्र त्यागी की टीम ने तिखिया उर्फ रमेश नामक बदमाश को गिरफ्तार कर उसके पास से 11 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की है. उसे एनएच 8 के पास द्वारका लिंक रोड से गिरफ्तार किया गया. वह बीते एक साल से हथियार की तस्करी में लिप्त है और 100 से ज्यादा अवैध हथियार अब तक बदमाशों को सप्लाई कर चुका है.
25 हजार में बेचता था पिस्तौल
रमेश ने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली में तीन बार पहले आ चुका है और 50 पिस्तौल सप्लाई कर चुका है. इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 100 से ज्यादा अवैध हथियार सप्लाई कर चुका है. वह 7 से 10 हजार रुपये में मध्यप्रदेश के खरगौन से हथियार खरीदता था और उसे एनसीआर में 20 से 25 हजार रुपये में बेचता था.