नई दिल्ली: दिल्ली से गुजर रही यमुना नदी में वाटर-वे विकसित करने की योजना के तहत आईएसबीटी कश्मीरी गेट से लेकर आईटीओ तक के हिस्से का सफाई का काम पूरा कर लिया गया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और एनजीटी के चेयरपर्सन आदर्श कुमार गोयल ने इंडियन नेवी की बोट में सवार होकर आईएसबीटी से आईटीओ बैराज तक 11 किलोमीटर तक के लंबे हिस्से की सफाई कार्यों का निरीक्षण किया. वाटर-वे के तैयार हिस्से से होकर उन्होंने इस दूरी को तय किया है.
वाटर-वे आम लोगों के लिए जल्द होगा चालू: आने वाले समय में जब यमुना के सफाई का काम पूरा हो जाएगा तो इस वाटर-वे को आम लोगों के लिए भी चालू कर दिया जाएगा. पिछले महीने उपराज्यपाल के आदेश पर भारतीय नौ सेना की वोट के जरिए यमुना के हिस्से में वोटिंग की संभावनाओं का पता लगाने का काम शुरू किया गया था. हालांकि पहले दिन वोट नदी में जमी गाद में फंस गई थी, लेकिन उसके बाद से इस पूरे हिस्से पर सफल निरीक्षण किया गया. फिर उपराज्यपाल और एनजीटी के चेयरपर्सन ने इस रूट का निरीक्षण किया. इस दौरान वोट पर डीडीए, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण, दिल्ली जल बोर्ड, एमसीडी समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे.
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आम लोगों की भागीदारी बेहद जरूरी: उपराज्यपाल का कहना है कि यमुना को पुनर्जीवित करने के किसी भी दूरगामी उपाय की सफलता के लिए दिल्ली के आम लोगों की भागीदारी बेहद जरूरी है. एक बार जब यह वाटर-वे पूरी तरह चालू हो जाएगा तो लोगों का यमुना से जुड़ाव और बढ़ेगा. वह इसे साफ रखने में लोगों को और अधिक योगदान देना होगा. उन्होंने यमुना की सफाई के चल रहे काम की सराहना की और कहा कि पहले के मुकाबले पानी साफ हुआ है.
बता दें कि यमुना को साफ करने के लिए 6 सूत्रीय एक्शन प्लान पर काम किया जा रहा है. यमुना में प्रदूषण कम करने के लिए नालों को जोड़ा जाएगा. इनसे जुड़े छोटे नालों को भी बंद किया जाएगा.
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