नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में जिस तरह आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को मुद्दा बनाते हुए मैदान में उतारने का ऐलान किया है. इस पर विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार की यह मांग असंवैधानिक है.
उन्होंने अरविंद केजरीवाल द्वारा पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को राजनीतिक प्रपंच बताया. बोले जिस तरह केजरीवाल ने पुलवामा की घटना व उसके बाद देश में बने राष्ट्रवाद के माहौल पर सवाल उठाए, इससे स्पष्ट हो गया कि केजरीवाल और उनके नेता पुलवामा व भारतीय वायु सेना की एयर स्ट्राइक को राजनीतिक नफे नुकसान के चश्मे से देख रहे हैं. वह भारत-पाक तनाव से भाजपा को नुकसान की बात कर भारतीय सैनिकों की शहादत को राजनीतिक रंग दे रहे हैं.
इसलिए पाकिस्तान में पोस्टर बॉय बने हैं केजरीवाल
विपक्ष ने कहा कि केजरीवाल के लिए पुलवामा की शहादत और उसका बदला एक राजनीतिक मुद्दा है. लेकिन भाजपा के लिए यह राष्ट्र के गौरव और सम्मान का विषय है. शर्म की बात यह है कि वह कह रहे हैं कि उनके सर्वे के अनुसार भारत-पाक तनाव के कारण बीजेपी को भारत-पाक तनाव से नुकसान होने जा रहा है. भाजपा के लिए देश पहले है और राजनीति बाद में लेकिन केजरीवाल के लिए आम आदमी पार्टी पहले है और राष्ट्रवाद बाद में. खेद की बात है कि केजरीवाल इस मुद्दे को राजनीतिक तराजू में तौल रहे हैं और नफे नुकसान की बात कर रहे हैं. इन्हीं कारणों से वह पाकिस्तान के पोस्टर बॉय बन गए हैं.
नाकामी छिपाने के लिए पूर्ण राज्य के मुद्दे को दे रहे हवा
नेता विपक्ष ने कहा कि केजरीवाल पिछले 4 सालों के अपने कुशासन और असफलताओं को छिपाने के लिए पूर्ण राज्य की मांग एक कुटिल चाल है. अपने फर्जी सर्वे और फर्जी बातों को वह हथकंडे के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. वे जनता को जानबूझकर गुमराह कर रहे हैं. अपना उनका और उनकी पार्टी का राजनीतिक करियर दांव पर है, ऐसे में वे मानते हैं कि पूर्ण राज्य की मांग ही एकमात्र ऐसा हथियार है जो उन्हें 4 वर्ष की विफलताओं के बोझ से मुक्ति दिला सकता है. इस मुद्दे को उछाल कर वे जनता का ध्यान दिल्ली की ज्वलंत समस्याओं और चुनौतियों से भटकाने में सफल होना चाहते हैं.