ETV Bharat / state

सेंधमार से लेकर झपटमार तक रखने लगे हैं अवैध हथियार, देखिए आंकड़े

दिल्ली में अवैध हथियारों का इस्तेमाल दोगुना हो गया है. पुलिस द्वारा हथियार पकड़ने के मामलों में भी इजाफा हुआ है. लेकिन इसके बावजूद यह दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है.

दिल्ली पुलिस , etv bharat
author img

By

Published : Aug 10, 2019, 1:20 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हथियारों के इस्तेमाल का मामला तेजी से बढ़ रहा है. बीते साल के मुकाबले इस साल हथियारों का इस्तेमाल दोगुना हो गया है.
पुलिस द्वारा हथियार पकड़ने के मामलों में भी इजाफा हुआ है, लेकिन इसके बावजूद यह दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. इन आंकड़ों के चलते पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने खासतौर पर स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

दिल्ली में अवैध हथियारों का इस्तेमाल हुआ दोगुना

दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई हो रहे हथियार
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस साल हथियारों का इस्तेमाल बड़ी तेजी से बढ़ा है. अधिकांश जिलों में हथियार इस्तेमाल के मामले दोगुने या उससे भी ज्यादा हुए हैं. हालात यह हैं कि सेंधमार से लेकर झपटमार तक हथियार रखने लगे हैं. इसकी प्रमुख वजह आसानी से हथियार उपलब्ध होना है.

इसे ध्यान में रखते हुए कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने उन गैंगों को लेकर काम करने के निर्देश दिए हैं. जो दिल्ली-एनसीआर में हथियार सप्लाई कर रहे हैं. स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच ने ऐसे कई गैंग पकड़े भी हैं. इसके बावजूद हथियारों के इस्तेमाल की घटनाएं कम नहीं हुई हैं.


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सबसे ज्यादा इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार बीते 15 जुलाई को जहां 822 आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हुए थे. वहीं इस साल 1544 मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा 221 आर्म्स एक्ट के मामले उत्तर-पूर्वी जिले से सामने आए हैं. जबकि सबसे कम दो मामले नई दिल्ली जिला में दर्ज हुए हैं.
साल 2018 में जहां15 जुलाई तक पुलिस ने 931 हथियार बरामद किए थे. वहीं इस साल 1371 हथियार इस अवधि के दौरान बरामद हो चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा 402 अवैध हथियार स्पेशल सेल ने जब्त किए हैं.


तीन जगहों से खपाए जा रहे हथियार
पुलिस के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में मुख्य रूप से तीन राज्यों से हथियार आते हैं. बिहार के मुंगेर, पश्चमी यूपी और मध्य प्रदेश (खरगौन, धार) से ही हथियार की 90 फीसदी से ज्यादा सप्लाई आती है.
यहां के कई मॉड्यूल का पुलिस ने पर्दाफाश कर सैकड़ों हथियार भी इस साल बरामद किए हैं. इन जगहों पर बड़ी मात्रा में अवैध हथियार तैयार किये जाते हैं और उन्हें तस्कर खरीदकर दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं.


आर्म्स एक्ट के दर्ज मामले

  • जिला- 2018 2019
  • उत्तरी - 31 36
  • मध्य - 52 87
  • उत्तर-पश्चिम- 49 99
  • बाहरी-उत्तर- 66 159
  • रोहिणी - 19 46
  • दक्षिण-पश्चिम- 12 71
  • शाहदरा 69 94
  • उत्तर-पूर्वी 120 221
  • दक्षिण 47 86
  • दक्षिण-पूर्वी 24 154
  • द्वारका 22 78
  • बाहरी 67 126
  • पश्चिम 30 61

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हथियारों के इस्तेमाल का मामला तेजी से बढ़ रहा है. बीते साल के मुकाबले इस साल हथियारों का इस्तेमाल दोगुना हो गया है.
पुलिस द्वारा हथियार पकड़ने के मामलों में भी इजाफा हुआ है, लेकिन इसके बावजूद यह दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. इन आंकड़ों के चलते पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने खासतौर पर स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

दिल्ली में अवैध हथियारों का इस्तेमाल हुआ दोगुना

दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई हो रहे हथियार
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस साल हथियारों का इस्तेमाल बड़ी तेजी से बढ़ा है. अधिकांश जिलों में हथियार इस्तेमाल के मामले दोगुने या उससे भी ज्यादा हुए हैं. हालात यह हैं कि सेंधमार से लेकर झपटमार तक हथियार रखने लगे हैं. इसकी प्रमुख वजह आसानी से हथियार उपलब्ध होना है.

इसे ध्यान में रखते हुए कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने उन गैंगों को लेकर काम करने के निर्देश दिए हैं. जो दिल्ली-एनसीआर में हथियार सप्लाई कर रहे हैं. स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच ने ऐसे कई गैंग पकड़े भी हैं. इसके बावजूद हथियारों के इस्तेमाल की घटनाएं कम नहीं हुई हैं.


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सबसे ज्यादा इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार बीते 15 जुलाई को जहां 822 आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हुए थे. वहीं इस साल 1544 मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा 221 आर्म्स एक्ट के मामले उत्तर-पूर्वी जिले से सामने आए हैं. जबकि सबसे कम दो मामले नई दिल्ली जिला में दर्ज हुए हैं.
साल 2018 में जहां15 जुलाई तक पुलिस ने 931 हथियार बरामद किए थे. वहीं इस साल 1371 हथियार इस अवधि के दौरान बरामद हो चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा 402 अवैध हथियार स्पेशल सेल ने जब्त किए हैं.


तीन जगहों से खपाए जा रहे हथियार
पुलिस के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में मुख्य रूप से तीन राज्यों से हथियार आते हैं. बिहार के मुंगेर, पश्चमी यूपी और मध्य प्रदेश (खरगौन, धार) से ही हथियार की 90 फीसदी से ज्यादा सप्लाई आती है.
यहां के कई मॉड्यूल का पुलिस ने पर्दाफाश कर सैकड़ों हथियार भी इस साल बरामद किए हैं. इन जगहों पर बड़ी मात्रा में अवैध हथियार तैयार किये जाते हैं और उन्हें तस्कर खरीदकर दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं.


आर्म्स एक्ट के दर्ज मामले

  • जिला- 2018 2019
  • उत्तरी - 31 36
  • मध्य - 52 87
  • उत्तर-पश्चिम- 49 99
  • बाहरी-उत्तर- 66 159
  • रोहिणी - 19 46
  • दक्षिण-पश्चिम- 12 71
  • शाहदरा 69 94
  • उत्तर-पूर्वी 120 221
  • दक्षिण 47 86
  • दक्षिण-पूर्वी 24 154
  • द्वारका 22 78
  • बाहरी 67 126
  • पश्चिम 30 61
Intro:नई दिल्ली
राजधानी में हथियारों के इस्तेमाल का मामला तेजी से बढ़ रहा है. बीते वर्ष के मुकाबले इस साल हथियारों का इस्तेमाल दोगुना हो गया है. पुलिस द्वारा हथियार पकड़ने के मामलों में भी इजाफा हुआ है, लेकिन इसके बावजूद यह दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. इन आंकड़ों के चलते पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने खासतौर पर स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.


Body:पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष हथियारों का इस्तेमाल बड़ी तेजी से बढ़ा है. अधिकांश जिलों में हथियार इस्तेमाल के मामले दोगुने या उससे भी ज्यादा हुए हैं. हालात यह हैं कि याब सेंधमार से लेकर झपटमार तक हथियार रखने लगे हैं. इसकी प्रमुख वजह आसानी से हथियार उपलब्ध होना है. इसे ध्यान में रखते हुए कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने उन गैंगों को लेकर काम करने के निर्देश दिए हैं जो दिल्ली-एनसीआर में हथियार सप्लाई कर रहे हैं. स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच ने ऐसे कई गैंग पकड़े भी हैं, लेकिन इसके बावजूद हथियारों के इस्तेमाल की घटनाएं कम नहीं हुई हैं.


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सबसे ज्यादा इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार बीते 15 जुलाई जहां 822 आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हुए थे, वहीं इस वर्ष 1544 मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा 221 आर्म्स एक्ट के मामले उत्तर-पूर्वी जिले से सामने आए हैं जबकि सबसे कम दो मामले नई दिल्ली जिला में दर्ज हुए हैं. वर्ष 2018 में जहां 15 जुलाई तक पुलिस ने 931 हथियार बरामद किए थे, वहीं इस वर्ष 1371 हथियार इस अवधि के दौरान बरामद हो चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा 402 अवैध हथियार स्पेशल सेल ने जब्त किए हैं.


तीन जगहों से खपाए जा रहे हथियार
पुलिस के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में मुख्य रूप से तीन राज्यों से हथियार आते हैं. बिहार के मुंगेर, पश्चमी यूपी और मध्य प्रदेश (खरगौन, धार) से ही हथियार की 90 फीसदी से ज्यादा सप्लाई आती है. यहां के कई मॉड्यूल का पुलिस ने पर्दाफाश कर सैकड़ों हथियार भी इस साल बरामद किए हैं. इन जगहों पर बड़ी मात्रा में अवैध हथियार तैयार किये जाते हैं एवं उन्हें तस्कर खरीदकर दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं.





Conclusion:आर्म्स एक्ट के दर्ज मामले

जिला 2018 2019
उत्तरी 31 36
मध्य 52 87
उत्तर-पश्चिम 49 99
बाहरी-उत्तर 66 159
रोहिणी 19 46
दक्षिण-पश्चिम 12 71
शाहदरा 69 94
उत्तर-पूर्वी 120 221
दक्षिण 47 86
दक्षिण-पूर्वी 24 154
द्वारका 22 78
बाहरी 67 126
पश्चिम 30 61

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.