नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय की विद्या विस्तार योजना के तहत देश के दूर-दराज राज्यों के विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर शैक्षणिक सहित कई क्षेत्रों के विकास की योजना बनाई गई है. इसी योजना के कार्यान्वयन की पहल करते हुए डीयू से संबद्ध ऑरोबिंदो कॉलेज, गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, लद्दाख, कारगिल के साथ करार करने जा रहा है.
वहीं इसको लेकर ऑरोबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विपिन अग्रवाल ने कहा कि इस करार के तहत दोनों कॉलेज ज्वाइंट पार्टनरशिप में काम करेंगे. साथ ही कहा कि एक बड़े भाई की भूमिका निभाते हुए हम अपने कॉलेज की सभी गतिविधियों को लद्दाख कॉलेज के साथ साझा करेंगे और वहां के शिक्षकों को प्रोत्साहित करेंगे कि वह हमारे कॉलेज के सभी सेमिनार में फिजिकल मोड या ऑनलाइन मोड में हिस्सा जरूर लें.
'लद्दाख कॉलेज के साथ रिश्ता दूरगामी होगा'
वहीं लद्दाख कॉलेज के साथ होने वाले करार को ऑरोबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विपिन अग्रवाल ने एक दूरगामी रिश्ता बताया. उन्होंने कहा कि इस करार के तहत कॉलेज की सभी गतिविधियां लद्दाख कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों के साथ साझा की जाएंगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि ऑरोबिंदो कॉलेज की बॉटनी, बायोलॉजी, जूलॉजी आदि की लैब में छात्र जो भी प्रैक्टिकल कर रहे हैं या भविष्य में करेंगे, उसका लाइव टेलीकास्ट लद्दाख कॉलेज के बच्चों के लिए किया जाएगा. जिससे लैब के इंस्ट्रूमेंट को इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में छात्रों की समझ बढ़ सके.
'कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम की भी योजना'
उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी के जो ई रिसोर्सेस हैं, वह भी लद्दाख के छात्रों के साथ साझा किए जाएंगे. जिससे दोनों कॉलेजों के छात्र और शिक्षक इसका लाभ उठा सके. साथ ही कहा कि यदि संभव होगा तो कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम भी आयोजित कराए जाएंगे. उस कॉलेज के छात्र यहां आए और यहां के छात्र वहां जाएंगें, जिससे दोनों में परस्पर संस्कृतियों का आदान-प्रदान हो सके.
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल लद्दाख के केवल एक ही कॉलेज से करार किया गया है. साथ ही कहा कि अगर यह प्रयोग सफल रहा तो आगे और भी कॉलेजों के साथ करार किया जाएगा.
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दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से विद्या विस्तार योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत डीयू के विभिन्न कॉलेज और विभाग देश के दूर-दराज इलाकों के उन कॉलेजों का चयन करेंगे, जिनमें पर्याप्त संसाधन का अभाव है. इन कॉलेजों को बेहतर बनाने के लिए इनके साथ अकादमिक, लाइब्रेरी, लैबोरेटरी आदि की गतिविधियों को साझा किया जाएगा.