नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में रविवार को एमसीडी चुनाव को लेकर मतदान का महत्वपूर्ण दिन है. इस बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. कहा कि दिल्ली में लालू के लूट मॉडल का पालन केजरीवाल कर रहे हैं. वहां चारा खाया गया, यहां मजदूरों का हक मार रहे हैं. ऐसा कोई सगा नहीं जिसे अरविंद केजरीवाल ने ठगा नहीं. यहां तक कि उन्होंने मजदूरों को भी नहीं छोड़ा. उन्हें भी ठग लिया है. यह पूरा भ्रष्टाचार कोरोना के समय का है. जब अरविंद केजरीवाल ने मजदूरों का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें दिल्ली सरकार द्वारा सहायता राशि दी थी. अब जानकारी निकलकर सामने आई है कि जिन मजदूरों का रजिस्ट्रेशन हुआ है वह फर्जी यानी नकली है. एक ही नंबर पर कई सारे मजदूरों का रजिस्ट्रेशन किया गया है. यानी इस पूरे मामले में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है. जिसका फायदा अरविंद केजरीवाल और आप को हुआ है.
केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली को भ्रष्टाचार का नया मॉडल दिया है, क्योंकि वह एक ऐसी सरकार चला रहे हैं जो एक नहीं बल्कि एक साथ कई घोटालों को अंजाम दे रही हैं. स्कूल घोटाला, डीटीसी घोटाला, शराब घोटाला, यह सब तो सिर्फ कुछ उदाहरण है. केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के हर विभाग में भ्रष्टाचार और घोटाला किया है.
काम देने वाला से लेकर लेने वाला तक संदिग्धः ठाकुर ने कहा कि मजदूरों का रजिस्ट्रेशन दिल्ली सरकार ने कोरोना काल में आर्थिक रूप से सहायता करने के लिए किया था. मजदूरों के रजिस्ट्रेशन को लेकर एक बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. जिन मजदूरों के रजिस्ट्रेशन किए गए हैं, उनमें काम देने वाला संदिग्ध है, काम लेने वाला संदिग्ध है, जिनका पता वो भी संदिग्ध है और मोबाइल नंबर संदिग्ध है. मजदूरों को आर्थिक सहायता देने के नाम पर जितने नाम सामने आये हैं, उनमें से आधे से ज्यादा नाम और जानकारी फर्जी है. आखिर मजदूरों का यह पैसा किसकी जेब में गया. अगर मजदूर भी नकली थे और काम देने वाला भी नकली था तो आखिर उसका पैसा किसने खाया है?
मीडिया के सामने रखा दस्तावेजः मजदूरों के रजिस्ट्रेशन को लेकर हुए भ्रष्टाचार के मामले पर ठाकुर ने बकायदा दस्तावेज सामने रख मीडिया को दिखाते हुए कहा कि एक मजदूर के नाम पर 25 लोगों को नौकरी देने का काम दिखा दिया गया है. दिल्ली में किसी को मजदूरी के नाम पर पैसा दिया जा रहा है, जबकि वह आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश के किसी शहर में रह रहा है. भ्रष्टाचारियों का यार है केजरीवाल दिल्ली का गुनाहगार है. केजरीवाल ने अभी तक के कार्यकाल में एक भी यूनिवर्सिटी तो बनाई नहीं, लेकिन एक रेपिस्ट को थेरेपिस्ट कैसे बनाया जाता है, यह बता दिया. एक कैदी जेलर की भूमिका में कैसे आता है, यह केजरीवाल ने बता दिया. दिल्ली को पानी नहीं मिला और शराब की कमी नहीं होने दी और यही केजरीवाल का विकास मॉडल है.
सजा काट रहे अपने मंत्रियों को ईमानदारी का सर्टिफिकेट बांटते हैंः उन्होंने कहा कि केजरीवाल पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो भ्रष्टाचार में सजा काट रहे अपने मंत्रियों को ईमानदारी का सर्टिफिकेट बांटते हैं. निगम चुनाव से लेकर अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी केजरीवाल के इशारों पर टिकटों की खरीद फरोख्त की गई, जिसके कई वीडियो भी सामने आए हैं. एक ओर केजरीवाल दिल्ली के मजदूरों की मदद करने की बात कहते रहे, जबकि दूसरी ओर उन्होंने कोरोना काल में रातों-रात मजदूरों को भगाने का काम किया. जिन मजदूरों को दो वक्त की रोटी कमाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है उन मजदूरों के हक का पैसा खाने से भी पीछे नहीं हटे.