हादसे के बाद ईटीवी भारत ने ग्राउंड पर पहुंच कर लोगों से बात की
अलीपुर गोदाम हादसा: 5 मजदूरों की मौत पर प्रधानमंत्री मोदी और सीएम केजरीवाल ने जताया दुख - निर्माणाधीन बिल्डिंग हादसा
21:47 July 15
21:47 July 15
हादसे पर पीएम मोदी ने दुख जताया है.
21:47 July 15
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दुख जताया. उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की,
14:43 July 15
DM ऑफिस में स्थानीय लोगों ने दी थी अवैध निर्माण की सूचना
नई दिल्लीः राजधानी के उत्तरी दिल्ली के अलीपुर इलाके में शुक्रवार दोपहर एक गोदाम भरभरा कर गिर पड़ा. हादसे में यहां पर काम कर रहे लगभग 13 मजदूर मलबे की चपेट में आ गए. इसमें 5 मजदूरों के मौत होने की सूचना है. जबकि घायलों का इलाज कराया जा रहा है.
ये भी पढ़ें-दिल्ली में फिर सड़क धंसी, बेरिकेडिंग कर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती
पहले क्या मिली सूचनाः दमकल निदेशक अतुल गर्ग के अनुसार दोपहर लगभग 1:00 बजे अलीपुर के बकौली गांव में एक गोदाम के गिरने की कॉल मिली थी. चौहान धर्म कांटा के पास मौजूद इस गोदाम पर जब पुलिस और दमकल विभाग की टीम पहुंची तो वहां मकान के नीचे कई लोगों के दबे होने की सूचना मिली. दमकल विभाग की 4 गाड़ियों ने मौके पर मलबे को हटाने का काम शुरू किया. उन्हें पता चला कि 20 से ज्यादा लोग इसके नीचे दबे हो सकते हैं. खबर लिखे जाने तक 11 लोगों को दमकल विभाग ने बाहर निकाल लिया था. इन सभी को अस्पताल भेजा गया.
पूछताछ के बाद सामने आए तथ्यः प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह गोदाम लगभग 5000 गज में बना हुआ था. इसमें निर्माण कार्य के दौरान दीवार खड़ी करने का काम चल रहा था, तभी हादसा हो गया और मजदूर मलबे की चपेट में आ गए. फिलहाल घायलों को राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, बाद में पुलिस पूछताछ में पता चला कि यहां 13 मजदूर काम कर रहे थे. हादसे में इनमें से पांच की मौत हो गई. जबकि, आठ घायल मजदूरों का इलाज कराया जा रहा है.
प्रशासन ध्यान देता तो न होता हादसाः सूत्रों का कहना है कि यहां पर चल रहा निर्माण पूरी तरीके से अवैध था और निगम द्वारा इस पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए थे. लेकिन इसके बावजूद यहां पर यह निर्माण कार्य चल रहा था. इधर, कई स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां अवैध रूप से गोदाम का निर्माण कराया जा रहा है, इसकी शिकायत डीएम ऑफिस में की थी. लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. यदि पहले ही प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया होता तो शायद यह हादसा नहीं होता.
21:47 July 15
हादसे के बाद ईटीवी भारत ने ग्राउंड पर पहुंच कर लोगों से बात की
21:47 July 15
हादसे पर पीएम मोदी ने दुख जताया है.
21:47 July 15
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दुख जताया. उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की,
14:43 July 15
DM ऑफिस में स्थानीय लोगों ने दी थी अवैध निर्माण की सूचना
नई दिल्लीः राजधानी के उत्तरी दिल्ली के अलीपुर इलाके में शुक्रवार दोपहर एक गोदाम भरभरा कर गिर पड़ा. हादसे में यहां पर काम कर रहे लगभग 13 मजदूर मलबे की चपेट में आ गए. इसमें 5 मजदूरों के मौत होने की सूचना है. जबकि घायलों का इलाज कराया जा रहा है.
ये भी पढ़ें-दिल्ली में फिर सड़क धंसी, बेरिकेडिंग कर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती
पहले क्या मिली सूचनाः दमकल निदेशक अतुल गर्ग के अनुसार दोपहर लगभग 1:00 बजे अलीपुर के बकौली गांव में एक गोदाम के गिरने की कॉल मिली थी. चौहान धर्म कांटा के पास मौजूद इस गोदाम पर जब पुलिस और दमकल विभाग की टीम पहुंची तो वहां मकान के नीचे कई लोगों के दबे होने की सूचना मिली. दमकल विभाग की 4 गाड़ियों ने मौके पर मलबे को हटाने का काम शुरू किया. उन्हें पता चला कि 20 से ज्यादा लोग इसके नीचे दबे हो सकते हैं. खबर लिखे जाने तक 11 लोगों को दमकल विभाग ने बाहर निकाल लिया था. इन सभी को अस्पताल भेजा गया.
पूछताछ के बाद सामने आए तथ्यः प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह गोदाम लगभग 5000 गज में बना हुआ था. इसमें निर्माण कार्य के दौरान दीवार खड़ी करने का काम चल रहा था, तभी हादसा हो गया और मजदूर मलबे की चपेट में आ गए. फिलहाल घायलों को राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, बाद में पुलिस पूछताछ में पता चला कि यहां 13 मजदूर काम कर रहे थे. हादसे में इनमें से पांच की मौत हो गई. जबकि, आठ घायल मजदूरों का इलाज कराया जा रहा है.
प्रशासन ध्यान देता तो न होता हादसाः सूत्रों का कहना है कि यहां पर चल रहा निर्माण पूरी तरीके से अवैध था और निगम द्वारा इस पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए थे. लेकिन इसके बावजूद यहां पर यह निर्माण कार्य चल रहा था. इधर, कई स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां अवैध रूप से गोदाम का निर्माण कराया जा रहा है, इसकी शिकायत डीएम ऑफिस में की थी. लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. यदि पहले ही प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया होता तो शायद यह हादसा नहीं होता.