नई दिल्ली: इस बार नवरात्रों में भंडारा करने से पहले निगम से इजाजत लेनी पड़ सकती है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है, जिसके अंतर्गत भंडारा करने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
पहले निगम से इजाजत लेने का सुझाव
राजधानी दिल्ली में रह रहे लोग इस बार सिर्फ नवरात्र नहीं बल्कि स्वच्छ नवरात्र मनाएंगे. आम लोगों की भागीदारी के साथ-साथ इसमें स्थानीय निकायों को भी प्रयास करने होंगे.
इसी के मद्देनजर शहरी विकास मंत्रालय की ओर से स्थानीय निकायों को एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें नवरात्रों में भंडारा करने से पहले निगम से इजाजत लेने तक का सुझाव रखा गया है.
'सफाई पर खास ध्यान देना जरूरी'
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव और स्वच्छ भारत मिशन के निदेशक वीके जिंदल की ओर से जारी की गई इस एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर कोई 50 से ज्यादा लोगों के लिए कोई आयोजन करता है तो उसे संबंधित निगम से इसकी इजाजत लेने का प्रावधान रखा जा सकता है.
साथ ही इस दौरान आयोजक को आयोजन के 100 मीटर तक के दायरे को साफ रखने की जिम्मेदारी लेनी होगी. इतना ही नहीं एडवाइजरी में प्रसाद ग्रहण करने वालों से पर्यावरण संबंधी सुधार और प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल और साफ-सफाई पर खास ध्यान देने का सुझाव दिया गया है.
'NDMC कर रही इस विषय पर काम'
इसी मुद्दे पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर आदेश गुप्ता कहते हैं कि जो लोग भंडारे का आयोजन करते हैं वही लोग वहां कूड़ा डाल देते हैं जिसकी वजह से गंदगी होती है.
उन्होंने कहा कि अगर आयोजक निगम को इसके विषय में सूचना दे देता है तो वहां साफ-सफाई सुनिश्चित की जा सकती है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम इस विषय में काम भी कर रही है. ऐसे में दिल्ली को स्वच्छ बनाया जा सकता है.
हालांकि इस एडवाइजरी को लेकर अभी निकायों की ओर से किसी सुझाव को लागू करने या अलग प्लान बनाने की घोषणा नहीं की गई है लेकिन कहा जा रहा है कि इस दिशा में काम करने के लिए कमर कस ली गई है.
लोगों से पहले ही साफ-सफाई का ध्यान रखने के लिए कहा गया है. ऐसा हो सकता है कि जल्दी ही मिनिस्ट्री द्वारा सुझाए गए रास्ते भी अपनाए जाएं.