नई दिल्ली: यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज की टीचर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जीटीबी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर, प्रिंसिपल डॉ. अनिल जैन को पत्र लिखा है, जिसमें बताया है कि पिछले 3 हफ्तों में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड जीटीबी हॉस्पिटल अपने तीन फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स को खो चुका है, जिसके बाद उन्होंने अपील की है कि तीनों हेल्थकेयर वर्कर्स को शहीदों का दर्जा दिया जाए और उनके परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए.
एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि महामारी से लड़ाई के दौरान अब तक कई स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान गवां चुके हैं. रोजाना स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टर की जान जा रही है. इन सभी को एक शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए.
उन्होंने बताया कि जीटीबी अस्पताल में फ्रंटलाइन होने के तौर पर काम कर रहे 3 स्वास्थ्य कर्मियों की पिछले 3 हफ्ते में जान चली गई. जिसमें कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट में ANM गायत्री शर्मा, जीटीबी अस्पताल में EMO के तौर पर कार्यरत अजय कुमार और 26 साल के डॉक्टर अनस मुजाहिद्दीन जो UCMS में एमबीबीएस 2015 बैच के थे और अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट के तौर पर काम कर रहे थे.
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एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि इन सभी हेल्थकेयर वर्कर्स की कमी तो हम नहीं पूरी कर सकते और न ही इनके परिवार का दुख कम कर सकते हैं, लेकिन हमारा दायित्व है कि इन सभी को वह सम्मान व आदर दिया जाए, जिसके वे हकदार हैं. इसलिए सरकार से और अस्पताल प्रशासन से अपील है कि वह इन हेल्थकेयर वर्कर्स को उचित मुआवजा और शहीद का दर्जा प्रदान करें, जिन्होंने इस महामारी से लोगों को बचाने के दौरान अपनी जान गवां दी.
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साथ ही उनके परिवार को उचित आर्थिक मदद की जाए. एसोसिएशन ने अपील की है कि मौजूदा समय में फ्रंटलाइन वर्कर्स और डॉक्टर की जान से काम कर रहे हेल्थकेयर वर्कर्स का मनोबल न टूटे और वह पूरी मेहनत के साथ काम कर सकें. इसलिए सरकार को चाहिए कि वह उनका मनोबल बढ़ाए.