नई दिल्ली: दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के दो विजिलेंस अधिकारियों को उपराज्यपाल बनकर फोन करके धमकी देने का मामला सामने आया है. सीधे एलजी के नाम से फोन आने पर अधिकारियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि ये नंबर उपराज्यपाल या उनके कार्यालय से संबंधित नहीं हैं. इस पर दक्षिणी जिले के साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस के अनुसार, डीडीए के डिप्टी डायरेक्टर (विजिलेंस) अश्वनी कुमार भल्ला और असिस्टेंट विजिलेंस ऑफिसर धमेन्द्र कुमार के पास 23 मई को एक फोन आया था. फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली का उपराज्यपाल वीके सक्सेना बताते हुए एक काम करने को कहा. इसी नम्बर से दोनों अधिकारियों के पास व्हाट्सएप पर मैसेज आए. इस नंबर पर डीपी भी उपराज्यपाल की फोटो का लगा था. दोनों अधिकारियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को पूरी बात बताई तो उन्होंने पुलिस में शिकायत की.
फोन करने वाले को खोज रही पुलिसः वहीं, इस बारे में डीडीए अधिकारी धर्मेंद्र से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह विभाग का मामला है. मीडिया को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकते. इसके बाद उन्होंने फोन काट दिया. हालांकि, आशंका है कि डीडीए के एक मामले की जांच रिपोर्ट को प्रभावित करने के लिए आरोपियों ने फोन किया था. ऐसे में पुलिस अब यह पता लगा रही है कि फोन करने वाला शख्स कौन था और उसे जांच रिपोर्ट क्यों चाहिए थी. गौरतलब है कि दिल्ली के एलजी ही डीडीए के अध्यक्ष होते हैं. इसलिए उनका नाम लेकर अधिकारियों से फेवर मांगा जा रहा था.