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Tuesday Motivations: सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है, जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो

सुबह का समय ऊर्जा से भरा होता है. इस समय मन में अच्छे विचारों को ग्रहण करना चाहिए. जिससे पूरा दिन अच्छा जाता है और व्यक्ति को कोई भी काम करने में सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. तो आइए दिन की शुरुआत करें महापुरुषों के प्रेरक विचारों (Tuesday Motivation)से...

Tuesday motivations with great man motivational thoughts
सकारात्मक विचार
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Published : Aug 10, 2021, 6:46 AM IST

Tuesday motivations quotes:

सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है, जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो.

-स्वामी शंकराचार्य

कर्म, ज्ञान और भक्ति का संगम ही जीवन का तीर्थ राज है.

-दीनानाथ दिनेश

तपस्या धर्म का पहला और आखिरी कदम है.

-महात्मा गांधी

अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है.

-संत तिरुवल्लुवर

लोग चाहे मुट्ठी भर हों, लेकिन संकल्पवान हों, अपने लक्ष्य में दृढ आस्था हो, वे इतिहास को भी बदल सकते हैं .

-महात्मा गांधी

सत्य से बड़ा तो इश्वर भी नहीं .

- महात्मा गांधी

मेहनत करने से दरिद्रता नहीं रहती, धर्म करने से पाप नहीं रहता, मौन रहने से कलह नहीं होता.

- चाणक्य

कठिनाई को दूर करने का प्रयास ही ना हो तो कठिनाई दूर कैसे होगी हाथ पैर बांध कर बैठ जाना और उसे दूर करने को कोई भी प्रयास ना करना कायरता है

- सरदार वल्लभभाई पटेल

प्रथम अभिवादन करने वाला व्यक्ति अधिक सम्माननीय होता है.

-हजरत मुहम्मद

संघर्ष न होने पर जीवन अपनी आधी रुचि खो देता है

-नेताजी सुभाष चंद्र बोस

बीस साल की उम्र में इंसान अपनी इच्छा से चलता है, तीस में बुद्धि से और चालीस में अपने अनुमान से

- बेंजामिन फ्रैंकलिन

Tuesday motivations quotes:

सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है, जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो.

-स्वामी शंकराचार्य

कर्म, ज्ञान और भक्ति का संगम ही जीवन का तीर्थ राज है.

-दीनानाथ दिनेश

तपस्या धर्म का पहला और आखिरी कदम है.

-महात्मा गांधी

अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है.

-संत तिरुवल्लुवर

लोग चाहे मुट्ठी भर हों, लेकिन संकल्पवान हों, अपने लक्ष्य में दृढ आस्था हो, वे इतिहास को भी बदल सकते हैं .

-महात्मा गांधी

सत्य से बड़ा तो इश्वर भी नहीं .

- महात्मा गांधी

मेहनत करने से दरिद्रता नहीं रहती, धर्म करने से पाप नहीं रहता, मौन रहने से कलह नहीं होता.

- चाणक्य

कठिनाई को दूर करने का प्रयास ही ना हो तो कठिनाई दूर कैसे होगी हाथ पैर बांध कर बैठ जाना और उसे दूर करने को कोई भी प्रयास ना करना कायरता है

- सरदार वल्लभभाई पटेल

प्रथम अभिवादन करने वाला व्यक्ति अधिक सम्माननीय होता है.

-हजरत मुहम्मद

संघर्ष न होने पर जीवन अपनी आधी रुचि खो देता है

-नेताजी सुभाष चंद्र बोस

बीस साल की उम्र में इंसान अपनी इच्छा से चलता है, तीस में बुद्धि से और चालीस में अपने अनुमान से

- बेंजामिन फ्रैंकलिन

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