नई दिल्ली: एक सितंबर 2019 से लागू हुए नए मोटर व्हीकल एक्ट को एक महीना पूरा हो गया है. इस एक महीने के दौारन राजधानी में वाहन चालकों के बीच काफी सुधार देखने को मिला है. यही वजह है कि साल 2018 के मुकाबले 2019 के सितंबर महीने में चालान में करीब 70% की कमी आई है. अभी फिलहाल सड़क हादसों का आंकलन नहीं हो सका है. इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस काम कर रही है.
बीते एक सितम्बर से दिल्ली ट्रैफिक पुलिस नई चालान दर के अनुसार ही वाहनों का चालान कर रही है. इसका व्यापक असर पूरी दिल्ली में देखने को मिल रहा है. चालान के डर से लोग अब ट्रैफिक नियमों का पालन करने लगे हैं, क्योंकि ऐसा नहीं करने पर उन्हें हजारों रुपयों का चालान भरना पड़ सकता है.
67 फीसदी कम हुए चालान
ट्रैफिक पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सितंबर 2018 में राजधानी में कुल 5,24,819 चालान किए गए थे. वहीं सितंबर 2019 की बात करें तो कुल 1,73,921 चालान इस एक महीने में किए गए हैं.
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि चालान में आई कमी की एक बड़ी वजह इसे कोर्ट को भेजना है. अभी पुलिस फिलहाल चालान की राशि नहीं ले सकती. इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस लगातार नियमों का पालन करवाने के लिए काम करती है. इसकी वजह से भी काफी असर देखने को मिल रहा है. उनका मानना है कि आने वाले समय में चालान की संख्या में और कमी आ सकती है क्योंकि लोग काफी जागरूक दिख रहे हैं.
सड़क हादसों को लेकर किया जा रहा आंकलन
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक एक महीने के दौरान सड़क हादसों में किस तरह की कमी आई है, या क्या असर पड़ा है इसका आंकलन किया जा रहा है. फिलहाल सभी सड़क हादसों को लेकर ट्रैफिक पुलिस जानकारी जुटा रही है ताकि ये साफ हो सके कि नए मोटर व्हीकल एक्ट का सड़क हादसों पर कितना असर पड़ा है.