नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के द्वारा दीपावली के मौके पर पटाखा बैन से दिल्ली में राजनीति गरम हो चुकी है. विपक्ष की तरफ से सरकार को हिंदू विरोधी कहा गया. वहीं इस फैसले से दिल्ली के सभी व्यापारियों में खासा रोष भी व्याप्त हो चुका है.
आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में पटाखा का व्यापार करोड़ों में होता रहा है, जिसका प्रमुख कारण दिल्ली-एनसीआर में होलसेल भाव से पटाखे खरीदकर दुकानदार खुदरा भाव में अपने इलाके में बेचते हैं. दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा था कि सर्दियों के चलते विंटर सेशन प्लान लागू करने के लिए पर्यावरणविदो से विचार विमर्श किया जाएगा.
बता दें कि सर्दियों में दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है. इसी को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि आने वाले दिनों में दिल्ली के अंदर विंटर सैंक्शन प्लान लागू करने के लिए विचार विमर्श किया जा रहा है. क्योंकि सर्दियों में हवा में नमी के कारण प्रदूषण ज्यादा बढ़ जाता है इसको देखते हुए अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक दिल्ली में विंटर सेशन प्लान को लागू कर दिया जाएगा. जिसमें दीपावली से पहले पटाखे चलाने, बेचने और भंडारण पर पाबंदी रहेगी.
गोपाल राय के इस घोषणा के बाद पटाखे बेचने वाले व्यापारियों में चिंता की लहर देखने को मिल रही है. व्यापारियों का कहना है कि पिछले 50 साल से हम पटाखे बेच रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से दिल्ली में लगातार पटाखों पर प्रतिबंध के चलते हमारी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही हैं. दिल्ली सरकार को पटाखों पर बैन लगाने से पहले यह सोचना चाहिए कि हम क्या करेंगे. हमारे पास कोई और विकल्प नहीं है. पूरे साल हमको सिर्फ दीपावली का इंतजार रहता है. इसके अलावा हमारे पास कोई काम नहीं है. पटाखों पर बैन लगाने से पहले सरकार को चाहिए हमें अल्टरनेट विकल्प दे. ताकि हम अपना परिवार को पाल सके.
वहीं बच्चों का कहना है कि हम पूरे साल दीपावली का इंतजार करते हैं ताकि दीपावली पर पटाखे चला सके, लेकिन सरकार प्रदुषण के चलते पटाखों पर प्रतिबंध लगा देती है. सरकार को पटाखे चलाने के लिए कुछ छूट देनी चाहिए.
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