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दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई तेज, इस साल 15 अक्टूबर तक काटे गए डेढ़ लाख से अधिक चालान - पीयूसी सर्टिफिकेट

दिल्ली में इन दिनों प्रदूषण को कम करने की कवायद तेज कर दी गई है. इस साल 15 अक्टूबर तक बिना पीयूसी सर्टिफिकेट वाले 1.5 लाख से अधिक वाहनों के चालान काटे गए हैं. Pollution Under Control Certificate, Pollution control test

challans issued against vehicles
challans issued against vehicles
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 23, 2023, 12:25 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस एक्टिव मोड में है. पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) सर्टिफिकेट के बिना दिल्ली की सड़कों पर चलने वाले वाहनों का लगातार चालान किया जा रहा है. इस साल 15 अक्टूबर तक एक लाख 58 हजार 762 वाहनों के चालान काटे जा चुके हैं, जो बीते वर्ष की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक हैं.

मोटरसाइकिल के चालान सबसे अधिक: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सबसे ज्यादा चालान मोटरसाइकिल के काटे हैं, जिसकी संख्या 69,190 है. अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में ऐसे मोटरसाइकिल की संख्या ज्यादा है, जिनका पीयूसी सर्टिफिकेट नहीं है. दिल्ली परिवहन विभाग के अनुसार 30 अगस्त तक दिल्ली में रजिस्टर्ड 23 लाख से अधिक वाहनों का पीयूसी सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका था, जिसमें 18 लाख मोटरसाइकिल हैं. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों को देखें तो सबसे अधिक चालान दरियागंज और सरिता विहार में काटे गए.

इतने जुर्माने का है प्रावधान: वाहन चालकों के पास पीयूसी सर्टिफिकेट की प्रति होना अनिवार्य है. एक वैध पीयूसी सर्टिफिकेट यह प्रमाणित करता है कि वाहन ने प्रदूषण नियंत्रण परीक्षण पास किया है. इस परीक्षण में निर्धारित सीमा के भीतर कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन आदि जैसी गैसों का उत्सर्जन मापा जाता है. बिना वैध सर्टिफिकेट के वाहनों पर मोटर वाहन अधिनियम 1988 और 115 केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 की धारा 190 (2) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है. साथ ही इसमें 10 हजार रुपये तक का जुर्माना और तीन महीने तक के लिए वाहन चालक के लाइसेंस का निलंबन भी किया जा सकता है.

दिल्ली में बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के किस वर्ष कितने चालान काटे गए-

साल चालान की संख्या
201981,246
202069,199
20211,04,369
20221,31,799

इस साल बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के इन इलाकों में काटे गए चालान-

स्थान चालान की संख्या
दरियागंज 6,306
सरिता विहार 6,254
राजौरी गार्डन 5,595
शहदरा5,442
तिलक नगर 5,252
नजफगढ़ 4,671
नांगलोई 4,783
सिविल लाइन 4,109
कल्याणपुरी 3,848
लाजपत नगर 3,785

इस साल 15 अक्टूबर तक इन वाहनों के चालन कटे गए-

वाहन के प्रकार चालान
मोटरसाइकिल 69,190
स्कूटर49,219
कार 33,754
लॉरी1,139
एलजीवी (लार्ज गुड्स वेहिकल)795
वैन 720
टैक्सी 350
ट्रक333
अन्य 1,991

30 अगस्त 2023 तक दिल्ली में पीयूसी सर्टिफिकेट एक्सपायर्ड गाड़ियों के प्रकार व उनकी संख्या-

वाहन के प्रकारसंख्या
मोटरसाइकिल18,80000
कार3,50000
बस1,000
थ्री व्हीलर (यात्री)8,000
थ्री व्हीलर (गुड्स) 12,000
मोटर कैब्स13,000
मोपेड15,000
अन्य मालवाहक वाहन31,000

यह भी पढ़ें-Delhi Pollution: गैस चैंबर में तब्दील हुई दिल्ली-एनसीआर, वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंची

यह भी पढ़ें-दिल्ली में क्रेन की टक्कर से गिरा फुटओवर ब्रिज, बाल-बाल बची लोगों की जान, चालक गिरफ्तार

नई दिल्ली: राजधानी में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस एक्टिव मोड में है. पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) सर्टिफिकेट के बिना दिल्ली की सड़कों पर चलने वाले वाहनों का लगातार चालान किया जा रहा है. इस साल 15 अक्टूबर तक एक लाख 58 हजार 762 वाहनों के चालान काटे जा चुके हैं, जो बीते वर्ष की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक हैं.

मोटरसाइकिल के चालान सबसे अधिक: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सबसे ज्यादा चालान मोटरसाइकिल के काटे हैं, जिसकी संख्या 69,190 है. अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में ऐसे मोटरसाइकिल की संख्या ज्यादा है, जिनका पीयूसी सर्टिफिकेट नहीं है. दिल्ली परिवहन विभाग के अनुसार 30 अगस्त तक दिल्ली में रजिस्टर्ड 23 लाख से अधिक वाहनों का पीयूसी सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका था, जिसमें 18 लाख मोटरसाइकिल हैं. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों को देखें तो सबसे अधिक चालान दरियागंज और सरिता विहार में काटे गए.

इतने जुर्माने का है प्रावधान: वाहन चालकों के पास पीयूसी सर्टिफिकेट की प्रति होना अनिवार्य है. एक वैध पीयूसी सर्टिफिकेट यह प्रमाणित करता है कि वाहन ने प्रदूषण नियंत्रण परीक्षण पास किया है. इस परीक्षण में निर्धारित सीमा के भीतर कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन आदि जैसी गैसों का उत्सर्जन मापा जाता है. बिना वैध सर्टिफिकेट के वाहनों पर मोटर वाहन अधिनियम 1988 और 115 केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 की धारा 190 (2) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है. साथ ही इसमें 10 हजार रुपये तक का जुर्माना और तीन महीने तक के लिए वाहन चालक के लाइसेंस का निलंबन भी किया जा सकता है.

दिल्ली में बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के किस वर्ष कितने चालान काटे गए-

साल चालान की संख्या
201981,246
202069,199
20211,04,369
20221,31,799

इस साल बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के इन इलाकों में काटे गए चालान-

स्थान चालान की संख्या
दरियागंज 6,306
सरिता विहार 6,254
राजौरी गार्डन 5,595
शहदरा5,442
तिलक नगर 5,252
नजफगढ़ 4,671
नांगलोई 4,783
सिविल लाइन 4,109
कल्याणपुरी 3,848
लाजपत नगर 3,785

इस साल 15 अक्टूबर तक इन वाहनों के चालन कटे गए-

वाहन के प्रकार चालान
मोटरसाइकिल 69,190
स्कूटर49,219
कार 33,754
लॉरी1,139
एलजीवी (लार्ज गुड्स वेहिकल)795
वैन 720
टैक्सी 350
ट्रक333
अन्य 1,991

30 अगस्त 2023 तक दिल्ली में पीयूसी सर्टिफिकेट एक्सपायर्ड गाड़ियों के प्रकार व उनकी संख्या-

वाहन के प्रकारसंख्या
मोटरसाइकिल18,80000
कार3,50000
बस1,000
थ्री व्हीलर (यात्री)8,000
थ्री व्हीलर (गुड्स) 12,000
मोटर कैब्स13,000
मोपेड15,000
अन्य मालवाहक वाहन31,000

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