नई दिल्ली: पुराना साल पल दो पल में बीत जाएगा. नया साल दोनों हाथ फैलाए दस्तक दे रहा है. रविवार को देश भर में नए साल का जश्न मनाया जाएगा. हालांकि, जश्न की शुरुआत तो आज रात से ही शुरू हो जाएगी, जो रविवार को भी चलेगी. ऐसा कहा जाता है कि जब हम नए साल में प्रवेश करते हैं तो भगवान का आशीर्वाद लेना नहीं भूलना चाहिए. क्योंकि बीते कुछ साल महामारी में बीते. ऐसे में साल 2023 से लोगों को काफी उम्मीदें हैं कि यह साल उनका अच्छा जाएगा. इसलिए वह अपने नए साल का पहला दिन भगवान का आशीर्वाद लेकर ही शुरू करेंगे. चलिए जानते हैं दिल्ली में प्रसिद्ध देवी देवताओं के मंदिर के बारे में, जहां भक्त परिवार की खुशहाली लिए मांगते हैं मन्नत. इन मंदिरों के दर्शन और आशीर्वाद लेकर नए साल को खास बनाया जा सकता है. (Delhi temples are being beautifully decorated on New Year)
कालकाजी मंदिरः दक्षिणी दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है कालकाजी मंदिर. यहां पर मंगलवार और शनिवार को भारी संख्या में भक्तों का तांता लगता है. वहीं हर साल की तरह इस साल भी नए साल के मौके पर यहां पर दिल्ली और एनसीआर से लोग मां का आशीर्वाद लेने के लिए पहुचेंगे. यहां मेट्रो और बस सेवा के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है. ऐसी मान्यता है कि यह मंदिर देवी शक्ति या दुर्गा के अवतारों में से एक को समर्पित है. यही वजह है कि इस प्राचीन मंदिर में लोग नए साल के दिन भारी तादाद में पहुंचते हैं. इस मंदिर की मान्यता है कि यहां भक्तों द्वारा मांगी गई मन्नत को मां कालका पूरा करती हैं.
छतरपुर मंदिरः दक्षिणी दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है यह मंदिर. यहां प्रतिदिन भक्तों का तांता लगता है. नए साल के मौके पर भी भक्त यहां दर्शन के लिए आएंगे. यहां पर विशाल हनुमान जी की मूर्ति है. साथ ही यहां का मुख्य मंदिर देवी कात्यायनी को समर्पित है और कहा जाता है कि यहां जो भी भक्त अपनी सच्ची मनोकामना के साथ आता है तो उसकी सभी मुराद पूरी होती है. यहां पर नए साल के लिए मंदिर परिसर को विभिन्न फूलों से सजाया जाएगा. साथ ही आरती भी की जाएगी.
लोदी रोड के साई बाबाः शिरडी का नाम तो आपने सुना ही होगा. जहां भक्ति भाव से भारी संख्या में भक्त आते हैं. कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के लोदी रोड स्थित साई बाबा के मंदिर में भी देखने को मिलता है. यहां पर साई भक्त नए साल के दिन भारी संख्या में आएंगे. नए साल को धूमधाम से मनाने के लिए मंदिर परिसर को सजाया जाएगा. साथ ही प्रसाद के तौर पर भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा. यहां पर सुबह, दोपहर, रात के लिए विशेष आरती का आयोजन किया जाएगा. जवाहर लाल नेहरू मेट्रो स्टेशन के नजदीक है यह साई मंदिर. यहां बस के माध्यम से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है.
कनॉट प्लेस का हनुमान मंदिरः दिल्ली में यूं तो हनुमान जी के कई मंदिर है, लेकिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर खास है. इस मंदिर को महाभारत काल से जोड़कर देखा जाता है. इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भक्तों का तांता लगा रहता है. इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां आम से लेकर खास इंसान दर्शन के लिए आते हैं. यहां पर कई दिग्गज नेता, मंत्री और सीएम तक दर्शन के लिए आ चुके हैं. वहीं, नए साल पर भी कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिलेगी. यहां पर हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाया जाता है. साथ ही यहां पर नए साल को लेकर पूरे परिसर को सजाया गया है.
झंडेवालान मंदिरः करोल बाग स्थित झंडेवालान मंदिर एक सिद्धपीठ है. झंडेवालान मंदिर एक प्राचीन मंदिर है जो झंडेवाली माता के नाम से प्रसिद्ध है. यह यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध व देवी शाक्ति का प्रतीक है. मंदिर में पूरे साल भक्त माता के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में आते है. मान्यता है कि झंडेवाली मां के दर्शन से लोगों की हर मुराद पूरी हो जाती है. यहां नए साल को लेकर लोग 31 दिसंबर की रात से ही मंदिर पहुंचे लगते हैं. हालांकि इस बात नए साल के दिन भारी संख्या में भक्त मां के दर्शन के लिए आयेंगे. यहां पर मंदिर प्रशासन ने नए साल को देखते हुए पूरी तैयारी कर ली है.
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गौरी शंकर मंदिरः ऐसी मान्यता है कि भगवान महादेव भोले हैं और उनकी पूजा करने का कोई समय तय नहीं किया गया है. भक्त के पास जब भी समय हो वह शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पूजा कर सकता है. बस इतने भर से ही देवों के देव महादेव प्रसन्न हो जाते हैं. हालांकि फिर भी महादेव भक्त सुबह उठकर महादेव की पूजा अर्चना के लिए उनके मंदिर पहुंच जाते हैं. कुछ ऐसा ही नजारा पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित श्री गौरी-शंकर मंदिर में भी देखने को मिलता है. जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखाई देती है. यहां भगवान शिव का अर्द्धनारीश्वर रूप मिलता है. नए साल के मौके पर यहां पर भव्य कीर्तन का आयोजन किया जाएगा.