नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली स्थित गोविंदपुरी इलाके में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग रहते हैं. इसमें से कई लोग अपने घरों में रहते हैं, तो कई लोग किराए के घरों में रहते हैं. ऐसे में लोगों ने कुछ ना कुछ व्यवस्था कर घर की छत पर ही पूजा की और सूर्य को अर्घ्य दिया.
इस दौरान महिलाएं छत पर ही छठी मैया के गीत गाते हुए नजर आए और जो माहौल और नजारा पिछले साल तक दिल्ली के अलग-अलग घाटों पर देखने को मिलता था वह नजारा आज राजधानी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में छत या खुले मैदान में देखने को मिला.
हर साल पार्क में की जाती थी व्यवस्था
गोविंदपुरी इलाके में रहने वाली निहालिका ने बताया कि कि उनके घर में हर साल यह पर्व मनाया जाता है. उनकी बहन यह व्रत करती हैं, ऐसे में बड़ी तैयारियां इस पर्व के लिए की जाती है और पूजा वाले दिन घाट पर जाकर पूरे परिवार के साथ पूजा करते हैं.
इसके लिए पास में ही बने एक सरकारी पार्क में हर साल छठ के लिए व्यवस्था की जाती थी, लेकिन इस बार घर पर ही पूरे परिवार के साथ छठ मना रहे हैं.
घाट पर देखने को मिलती थी रौनक
अन्य महिलाओं ने कहा कि इस बार वह रौनक और उत्साह थोड़ा कम है क्योंकि जब घाट पर जाते थे. सभी लोग मिल जुलकर यह त्योहार मनाते थे लेकिन कोरोना के चलते इस बार घर पर ही यह त्यौहार मना रहे हैं. पाबंदी है, लेकिन आस्था में कमी नहीं है आस्था वही है और पूरी आस्था के साथ घर पर ही हम यह पर्व मना रहे हैं.