नई दिल्लीः कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों को 31 जुलाई तक बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसी कड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी कर सूचना दी गई है कि डीयू में गर्मियों की छुट्टियों को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है.
ऐसे में एडहॉक शिक्षकों के लिए स्थिति स्पष्ट नहीं है कि उन्हें ऑन ड्यूटी माना जाएगा या नहीं. इसको लेकर डीयू के एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य प्रो. राजेश झा ने कहा कि विश्वविद्यालय को इन एडहॉक शिक्षकों की आवश्यकता है. ऐसे में विश्वविद्यालय को इस स्पष्टीकरण के साथ एक नोटिस जारी करना चाहिए कि सभी एडहॉक शिक्षक छुट्टी के दौरान भी ऑन ड्यूटी माने जाएंगे. उन्हें इसका वेतन भी दिया जाएगा.
31 जुलाई तक बढ़ी गर्मियों की छुट्टियां
वहीं एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य प्रो. राजेश झा ने बताया कि छात्रों की गर्मियों की छुट्टियां 30 जून तक थी. 1 जुलाई से उनकी पढ़ाई शुरू होनी थी, लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर यह सूचना दी गई कि गर्मियों की छुट्टियों को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है. प्रो. झा ने कहा कि यह खबर एडहॉक शिक्षकों के लिए अच्छी नहीं है. क्योंकि विश्वविद्यालय नियमों के तहत एडहॉक शिक्षकों को छुट्टी का वेतन नहीं दिया जाता है.
'ऑन ड्यूटी माने जाएं एडहॉक शिक्षक'
वहीं उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अभी कई काम ऐसे बाकी है, जिनमें एडहॉक शिक्षकों की जरूरत है. उन्होंने कहा कि डीयू में काम करने वाले एडहॉक शिक्षकों को समायोजित करने को लेकर भी वह लगातार कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग है कि छुट्टी के दौरान भी सभी एडहॉक शिक्षकों को ऑन ड्यूटी माना जाए और उन्हें इसका वेतनमान भी दिया जाए.