नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई है. वहीं इस बार कट ऑफ हाई जाने को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है. बता दें कि क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने हाई कट ऑफ को लेकर डीयू के नॉर्थ कैंपस में स्थित आर्ट्स फैकल्टी पर विरोध-प्रदर्शन किया.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कट ऑफ का सांकेतिक पुतला फूंका और डीयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि हर बार हाई कट ऑफ के नाम पर सरकारी स्कूलों के छात्रों को उच्च शिक्षा से बाहर कर दिया जाता है. बता दें कि प्रदर्शन के दौरान छात्र कार्यकर्ताओं को आर्ट्स फैकल्टी, नार्थ कैंपस से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
हाई कट ऑफ को केवाईएस ने भेदभाव पूर्ण बताया
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपनी पहली कट ऑफ जारी कर दी है, जो कि काफी हाई गई है. वहीं लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ वीमेन में, तो तीन विषयों की कट ऑफ सौ फीसद तक गई है. वहीं इस को लेकर अब छात्र संगठन केवाईएस विरोध पर उतर आया है. केवाईएस की दिल्ली राज्य समिति सदस्य नलिनी ने डीयू की कट ऑफ को भेदभाव पूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है जब डीयू प्रशासन ने इस तरह की कट ऑफ जारी की है.
नलिनी ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बहुसंख्यक छात्रों को डीयू के रेगुलर कॉलेजों में एडमिशन नहीं मिल पाता, जिसकी वजह होती है हाई कट ऑफ. ऐसे में डीयू में पढ़ने की इच्छा रखने वाले सरकारी स्कूल के वंचित वर्ग से आने वाले छात्रों का डीयू में पढ़ने का सपना महज सपना ही रह जाता है.