नई दिल्ली: डीयू के जिस कॉलेज से बॉलीवुड किंग शाहरुख खान ने पढ़ाई की थी, अब उस कॉलेज में विदेशी स्टूडेंट पढ़ सकेंगे और शिक्षक भारतीय छात्रों को पढ़ा सकेंगे.
लोयला यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका
डीयू के अंतर्गत आने वाले हंसराज कॉलेज में बॉलीवुड किंग शाहरुख खान, केंद्र सरकार में मंत्री किरेन रिजिजू, फ़िल्म निर्माता अनुराग कश्यप, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन जैसे तमाम बड़ी हस्तियों ने पढ़ाई की है.
अब इस कॉलेज में विदेशी स्टूडेंट और शिक्षक पढ़ और पढ़ा सकेंगे और इतना ही नहीं भारतीय स्टूडेंटस और प्रोफेसर शिकागो की लोयला यूनिवर्सिटी में जाकर वहां के स्टूडेंटस के साथ पढ़ेंगे और पढ़ाएंगे.
'खत्म हो रही है शैक्षणिक स्तर पर दूरियां'
इस पूरे प्रोग्राम को लेकर हंसराज कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर रमा शर्मा ने कहा कि हम 21वीं सदी में रह रहे हैं. इस वैश्वीकरण के दौर में सारी दुनिया में दूरियां मिट रही हैं. शैक्षणिक स्तर पर जो दूरियां होती थीं,अब वो भी मिटने जा रही हैं.
स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम की शुरुआत
प्रिंसिपल ने कहा कि अकादमिक दूरी एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत खत्म की जा रही है. इसी दिशा में शिकागो की लोयला यूनिवर्सिटी के साथ एक ग्लोबल एक्सचेंज प्रोग्राम का लेटर ऑफ इंटेंट साइन किया है.
प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि फैकेल्टी के एक्सचेंज प्रोग्राम होते रहते हैं, लेकिन हंसराज कॉलेज ने पहली बार फैकल्टी के साथ छात्रों का भी एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू करने की पहल की है.
इस स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिए विदेशी स्टूडेंट हंसराज कॉलेज में आकर पढ़ सकेंगे और हंसराज कॉलेज के स्टूडेंट विदेश में जाकर पढ़ सकेंगे. इससे स्टूडेंट्स के बीच विचारों और संस्कृति का आदान-प्रदान होगा.
हंसराज कॉलेज डीयू का पहला ऐसा कॉलेज
प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम को लेकर कॉलेज ने एक कमेटी भी गठित की है. जिसका संयोजक केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉक्टर बृजेश राठी को नियुक्त किया गया है.
वो इस एक्सचेंज प्रोग्राम का कार्यक्रम देखेंगे. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि हंसराज कॉलेज डीयू का पहला ऐसा कॉलेज होगा जहां पर विदेशी स्टूडेंट्स और प्रोफेसर आकर पढ़ और पढ़ा सकेंगे.
नवंबर के महीने में साइन किया जाएगा एमओयू
इस पूरे प्रोग्राम के संयोजक डॉ बृजेश राठी ने बताया कि हाल ही में लोयला यूनिवर्सिटी के मेडिसिन विभाग के दो स्टूडेंट हंसराज कॉलेज में एक महीना रहकर गए हैं. इस दौरान उन्होंने बहुत सारे ट्रेनिंग रिसर्च में भाग लिया है.
इसके अलावा इस पूरे प्रोग्राम को लेकर कुछ अस्पतालों के साथ भी समझौता किया गया है. डॉक्टर राठी ने कहा कि नवंबर के महीने में आधिकारिक रूप से इस कार्यक्रम के लिए एमओयू साइन किया जाएगा.
आने वाले दिनों में हंसराज कॉलेज के स्टूडेंट्स और प्रोफेसर शिकागो की लोयला यूनिवर्सिटी में जाएंगे जोकि रिसर्च अकादमिक और कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम होगा.
प्रोफेसर्स को मिले विदेशी विश्वविद्यालय में रिसर्च का मौका
डॉ. राठी ने कहा कि हम चाहते हैं कि यहां के स्टूडेंट उन स्टूडेंट्स के साथ जाकर पढ़ाई करें और यहां के प्रोफेसर विश्वविद्यालय में जाकर बच्चों को पढ़ाएं और रिसर्च करें.
प्रोफेसर ने बताया कि करीब चार साल पहले एमआईटी कैंब्रिज में रहने के बाद उनको इस तरह के कार्यक्रम को लेकर विचार आया. उन्होंने इसे लेकर प्रिंसिपल प्रोफेसर रमा शर्मा से बात की और कॉलेज प्रशासन की मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोग्राम की ओर काम करना शुरू किया गया.