नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में दो पक्षों के बीच हुए समझौते का करीब तीन महीने पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. सेक्टर-113 थानाध्यक्ष के कमरे में एक पक्ष दूसरे पक्ष को नोटों की गड्डी थमा रहा है. एक वीडियो में थानाध्यक्ष खुद वीडियो बना रहे हैं. हालांकि, शिकायतकर्ता का आरोप है कि दो पक्षों का समझौता थानाध्यक्ष ने जबरदस्ती कराया और खुद अवैध वसूली की. वहीं, इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर किया है.
दोषी पुलिसकर्मी पर होगी कार्रवाई: गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया है. पूरे मामले की जांच एडिशनल डीसीपी नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी को सौंप गई है. वहीं, डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया कि जांच में कोई पुलिसकर्मी दोषी निकलता है तो उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
यह है पूरा मामला: शिकायतकर्ता सेक्टर-112 निवासी सतीश यादव ने बताया कि पड़ोसी संजय और उसके परिजनों ने करीब 4 महीने पहले घर में घुसकर मारपीट की. इसमें उनके परिजनों को गंभीर चोट आई थी. आरोप है कि शिकायत के बाद भी आरोपी पक्ष पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और जबरन समझौते के लिए दबाव बनाया.
सतीश यादव ने बताया कि थाना प्रभारी ने जेल भेजने का डर दिखाकर समझौता कराने का प्रयास किया. समझौते को लेकर पांच लाख रुपए की मांग की. अंत में 4 लाख 50 हजार में दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया. दो लाख 50 हजार विपक्षी संजय को अपनी मौजूदगी में दिलाए और खुद दो लाख रुपए लिए. इसी दौरान दूसरे पक्ष के एक बुजुर्ग की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इसका फायदा उठाते हुए सिग्नेचर ब्रिज पर शव रख कर दबाव बनाया और शिकायतकर्ता और उसके परिवार के लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया.
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