नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) एक ऐसा नाम है, जिससे पूरा देश वाकिफ है. सोनू सूद को 'मसीहा', 'भगवान', 'अन्नदाता' और ना जाने कितने नामों से पुकारा जा रहा है. सोनू सूद आज अपना 48 वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस खास दिन को उन्होंने अपने परिवार के साथ केक काटकर सेलिब्रेट किया.
सोनू सूद 30 जुलाई 1973 को पंजाब के मोगा में पैदा हुए थे. उनके पिता की 'बॉम्बे क्लॉद हाउस' नाम से कपड़ों की दुकान थी. सोनू ने नागपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग की है. उन्हें एक्टर बनना था और मुंबई चले गए. सोनू के पास पैसे तो थे नहीं, लेकिन जैसे-तैसे मुंबई में गुजारा कर रहे थे.
वह मुंबई में तीन लोगों के साथ एक कमरे में रहते थे. सोनू ने फिल्मों में आने के लिए खूब स्ट्रगल किया. मुंबई में लोकल ट्रेन से सफर करने वाले सोनू सूद ने महज 21 साल की उम्र में अपनी गर्लफ्रेंड सोनाली से शादी कर ली थी. शादी के कई साल बाद तक भी उनके पास करियर नहीं था.
जिन लोगों को लगता है कि सोनू सूद को फिल्मी दुनिया में आए ज्यादा दिन नहीं हुए हैं, तो उन्हें बता दें कि सोनू सूद पिछले दो दशक (20 सालों) से अभिनय कर रहे हैं. उन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत साल 1999 में तमिल फिल्म 'कालाझागर' से की थी.
तमिल और तेलुगू सिनेमा में डेब्यू करने के बाद सोनू ने बॉलीवुड में देशभक्ति फिल्म 'शहीद ए आजम' (2001) से एंट्री की थी. इसके बाद उन्हें कई तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्मों में देखा जा रहा है. सोनू की अपकमिंग बॉलीवुड फिल्म 'पृथ्वीराज' है.
जब देश में कोरोना महामारी की आपदा आई तो सोनू सूद लोगों की मदद के लिए सामने आए. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान न सिर्फ प्रवासी मजदूरों की मदद की बल्कि उसके बाद भी जरूरतमंद लोगों की दिल खोलकर मदद कर रहे हैं. किसी को जॉब तो किसी घर, किसी को किताबें तो किसी को करियर दे रहे हैं. सोनू कोरोना महामारी में इतने लोगों की मदद कर चुके हैं कि उसकी कोई गिनती नहीं है. आज उनके जन्मदिन पर सभी समर्थक उन्हें बधाइयां दे रहे हैं.