नई दिल्ली: गुरुवार शाम खबर आई थी कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चयन को लेकर पीसी चाको ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद भी नए अध्यक्ष पर तो कोई फैसला नहीं हुआ, लेकिन पीसी चाको ही गम्भीर आरोपों के कठघरे में खड़े हो गए.
शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मेरी मां के अंतिम दिनों में पीसी चाको ने उन्हें प्रताड़ित किया. संदीप ने लिखा है कि उन्हें पार्टी में सिर्फ अंदरूनी प्रताड़ना ही नहीं मिली, बल्कि सार्वजनिक मंचों पर भी उन्हें प्रताड़ित किया गया. संदीप दीक्षित ने लिखा है कि अगर उन्हें इस तरह से प्रताड़ित नहीं किया गया होता, तो आज वे जिंदा होतीं.
डॉक्टर की रिपोर्ट का जिक्र
संदीप दीक्षित के पी सी चाको पर इन आरोपों के समर्थन में दिल्ली कांग्रेस के 40 नेताओं ने अपने हस्ताक्षर के साथ अलग से सोनिया गांधी को पत्र लिखा है. इन सभी ने एक सुर में मांग की है कि इसके लिए पीसी चाको पर कार्रवाई होनी चाहिए.
इन दोनों पत्रों में डॉक्टर की रिपोर्ट का भी जिक्र है, जिसमें कहा गया था कि दो-दो बाईपास सर्जरी से शीला दीक्षित पहले ही टेंशन सहन करने की स्थिति में नहीं थीं और जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी की अंदरूनी टेंशन और प्रताड़ना उन्हें मिली, उसके बाद उनका देहांत हो गया.
पहले भी लिखे गए थे पत्र
बता दें कि शीला दीक्षित के निधन से बहुत पहले लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी शीला दीक्षित के करीबी माने जाने वाले कुछ नेताओं ने तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को इसे लेकर पत्र लिखा था कि पीसी चाको दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के लिए नुकसानदेह साबित हो रहे हैं. उसके बाद भी लगातार पीसी चाको पर शीला दीक्षित को परेशान करने के आरोप लगाए जाते रहे.
शीला दीक्षित की मृत्यु के तुरंत बाद कई नेताओं ने दबे जुबान यह कहा था कि इसका कारण पीसी चाको द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जाना है. लेकिन अब यह खुलकर सामने आ गया है. देखने वाली बात होगी कि सोनिया गांधी इस पर क्या रुख अख्तियार करती हैं. गौर करने वाली बात यह भी है कि शुक्रवार को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान संभव था और इसके लिए दावेदारों की सूची में संदीप दीक्षित का भी नाम शामिल है. कहीं ऐसा ना हो कि इस नए विवाद के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चयन और टल जाए.