नई दिल्ली: शायरों की दुनिया से आज एक सितारा हमेशा के लिए ओझल हो गया. 11 अगस्त 2020 को इस दुनिया से मशहूर शायर राहत इंदौरी ने हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. 70 साल के राहत इंदौरी कोरोना संक्रमित भी थे. इसे लेकर पुरानी दिल्ली मे रहने वाले बुज़ुर्ग शायर वकार मानवी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
राहत इंदौरी बने आवाज
वकार मानवी ने उर्दू के प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी के निधन पर कहा कि ये बहुत अफसोस और सदमे की बात है. मेरा ही नहीं भारत का बहुत बड़ा कलाकार दुनिया से चला गया. उन्होंने कहा कि इस समय राहत इंदौरी वक्त की आवाज बने हुए थे. हर समुदाय के लोग उनकी शायरी को पसंद करते थे.
सब से प्यार से मिलते थे इदौरी साहब
वकार मानवी ने कहा कि राहत इंदौरी बहुत प्रसिद्ध शायद थे. भारत ही नहीं समूची दुनिया में उनका नाम था. लोग उन्हें पसंद करते थे. उनकी सबसे बड़ी खूबी ये थी कि जिस स्थान पर वो थे, वहां पहुंचकर अक्सर लोग बहक जाते हैं, लेकिन राहत इंदौरी नहीं बहके वो सब से बड़े प्यार और मिलनसारी से मिलते थे. ये उनकी सबसे अच्छी बात थी.