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दिल्ली में निगम के सफाई कर्मचारी सिविक सेंटर के बाहर हड़ताल पर बैठे, महापौर को दी चेतावनी

Sanitation workers sit on strike: दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्माचरी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे है. कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम में आने से पहले अरविंद केजरीवाल सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन उन्होंने वादा अभी तक पूरा नहीं किया है. निगम में हालात पहले से और भी ज्यादा खराब हो गए हैं.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 10, 2024, 1:53 PM IST

Updated : Jan 11, 2024, 9:16 AM IST

सफाई कर्मचारी हड़ताल पर बैठे

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम समस्त यूनियन कोर कमेटी की तरफ से आज दिल्ली सिविक सेंटर के बाहर निगम के सफाई कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. इस हड़ताल को दिल्ली नगर निगम समस्त यूनियन कोर कमेटी का नाम दिया गया है. दिल्ली में कार्यरत निगम के सभी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आज प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में दिल्ली की अलग-अलग जगह से पहुंचे सफाई कर्मचारी केजरीवाल सरकार और महापौर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम में आने से पहले अरविंद केजरीवाल सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन उन्होंने वादा अभी तक पूरा नहीं किया है. निगम में हालात पहले से और भी ज्यादा खराब हो गए हैं. कोई अधिकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है. 20-25 साल से हम लोग सफाई का काम करते हैं, लेकिन आज तक हमें नियमित नहीं किया गया है. केजरीवाल सरकार ने चुनाव से पहले नियमित करने का वादा किया था. लेकिन उस वादे को अब केजरीवाल भूल गए हैं.

उन्होंने कहा कि निगम में अधिकारी कर्मचारियों को हड़ताल खत्म करने की धमकी दे रहे हैं. लेकिन आज सभी सफाई कर्मचारी यहां पर एकजुट है. हम दिखाना चाहते हैं कि हमारी कितनी ताकत है. आज प्रदर्शन करे रहे सफाई कर्मचारियों को कांग्रेस का समर्थन भी मिला हुआ है.

ये भी पढ़ें : पांच हजार कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने का एमसीडी का दावा गुमराह करने वाला: संजय गहलोत

कर्मचारियों ने कहना है कि सभी निगम कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल कार्ड दिया जाए, जिससे उनका समय पर मुफ्ती इलाज हो सके. साल 2017 से बकाया वर्दी का 5000 रुपये प्रति वर्ष का बकाया है, एरियर का भुगतान दिया जाए, सातवें वेतन आयोग की सूची के अनुसार बोनस और पेंशन की बढ़ोतरी का पैसा दिया जाए. पीएफ कटौती का सारा पैसा कर्मचारियों के खातों में भेजा जाए. अनियमित कर्मचारियों की मृत्यु हो जाये तो उनके परिवार को पेंशन व धनराशि का भुगतान किया जाए.

प्रदर्शन कर रहे एक कर्मचारी का कहना है कि सीएम अरविंद केजरीवाल कहते है कि कर्मचारियों को पहली तारीख को सैलरी दी जाती है. किसी भी कर्मचारी की पहली तारीख को सैलरी नहीं आ रही है. सिर्फ एक महीने ही पहली तारीख को वेतन मिली थी. उसके बाद अभी तक तनख्वाह नहीं आई है. हम लोग काफी परेशान है. आज अगर हमारी बात नहीं मानी जाती है तो आगे हम बड़ी हड़ताल करेंगे और उसकी जिम्मेदारी दिल्ली की आम आदमी पार्टी और मेयर की होगी.

ये भी पढ़ें : पुरानी पेंशन की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन पर भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारी, सरकार को दी ये चेतावनी

सफाई कर्मचारी हड़ताल पर बैठे

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम समस्त यूनियन कोर कमेटी की तरफ से आज दिल्ली सिविक सेंटर के बाहर निगम के सफाई कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. इस हड़ताल को दिल्ली नगर निगम समस्त यूनियन कोर कमेटी का नाम दिया गया है. दिल्ली में कार्यरत निगम के सभी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आज प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में दिल्ली की अलग-अलग जगह से पहुंचे सफाई कर्मचारी केजरीवाल सरकार और महापौर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम में आने से पहले अरविंद केजरीवाल सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन उन्होंने वादा अभी तक पूरा नहीं किया है. निगम में हालात पहले से और भी ज्यादा खराब हो गए हैं. कोई अधिकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है. 20-25 साल से हम लोग सफाई का काम करते हैं, लेकिन आज तक हमें नियमित नहीं किया गया है. केजरीवाल सरकार ने चुनाव से पहले नियमित करने का वादा किया था. लेकिन उस वादे को अब केजरीवाल भूल गए हैं.

उन्होंने कहा कि निगम में अधिकारी कर्मचारियों को हड़ताल खत्म करने की धमकी दे रहे हैं. लेकिन आज सभी सफाई कर्मचारी यहां पर एकजुट है. हम दिखाना चाहते हैं कि हमारी कितनी ताकत है. आज प्रदर्शन करे रहे सफाई कर्मचारियों को कांग्रेस का समर्थन भी मिला हुआ है.

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कर्मचारियों ने कहना है कि सभी निगम कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल कार्ड दिया जाए, जिससे उनका समय पर मुफ्ती इलाज हो सके. साल 2017 से बकाया वर्दी का 5000 रुपये प्रति वर्ष का बकाया है, एरियर का भुगतान दिया जाए, सातवें वेतन आयोग की सूची के अनुसार बोनस और पेंशन की बढ़ोतरी का पैसा दिया जाए. पीएफ कटौती का सारा पैसा कर्मचारियों के खातों में भेजा जाए. अनियमित कर्मचारियों की मृत्यु हो जाये तो उनके परिवार को पेंशन व धनराशि का भुगतान किया जाए.

प्रदर्शन कर रहे एक कर्मचारी का कहना है कि सीएम अरविंद केजरीवाल कहते है कि कर्मचारियों को पहली तारीख को सैलरी दी जाती है. किसी भी कर्मचारी की पहली तारीख को सैलरी नहीं आ रही है. सिर्फ एक महीने ही पहली तारीख को वेतन मिली थी. उसके बाद अभी तक तनख्वाह नहीं आई है. हम लोग काफी परेशान है. आज अगर हमारी बात नहीं मानी जाती है तो आगे हम बड़ी हड़ताल करेंगे और उसकी जिम्मेदारी दिल्ली की आम आदमी पार्टी और मेयर की होगी.

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Last Updated : Jan 11, 2024, 9:16 AM IST
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