नई दिल्ली: लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर दिल्ली सरकार और अब दिल्ली उच्च न्यायालय ने सार्वजनिक जगह पर छठ मनाने पर रोक लगा दी है. जिसके बाद छठ करने वाले पूर्वांचली लोग काफी मायूस हैं. जिनके पास सुविधा थी, वो दिल्ली छोड़कर या तो अपने गांव या एनसीआर में चले गए हैं. इसका कारण ये है कि वहां की सरकार ने इस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है. जो यहां रह गए हैं, वो अपने घरों मे छठ पूजा मनाने को मजबूर हैं. जिसके कारण छठ पूजा की समानों की खरीदारी बहुत कम कर रहे हैं.
कम समान खरीद रहे छठव्रती
आया नगर में हर साल बाजारों मे छठ पूजा के समानों की खरीदारी के लिए भारी भीड़ होती थी. लेकिन इस बार इक्का-दुक्का ग्राहक ही दुकानों पर छठ पूजा के समानों की खरीदारी के लिए आ रहे हैं. जिससे पूजा का समान बेचने वाले दुकानदार मायूस हैं. लोगों का कहना है कि सरकार अगर प्लानिंग से काम करती तो लोग अच्छे से और धूमधाम से छठ पर्व मना सकते हैं. लेकिन सरकार ने अपने हाथ खड़े कर दिए और तुगलकी फरमान जारी कर दिया. जिससे सभी छठव्रती काफी मायूस हैं.
छठ मनाने दिल्ली से बाहर जा रहे लोग
हर साल छठ के सामानो की खरीदारी के लिए बाजारों मे भारी भीड़ हुआ करती थी. लेकिन इस बार कोरोना फिर सरकार और उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सब कुछ बदल गया है. सरकार और उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बहुत लोग जो छठ पर्व करते है. जिनके पास सुविधा थी, वो दिल्ली छोड़कर या तो अपने घर या एन सी आर नोएडा गुडगांव मे अपने रिश्तेदारों के यहां जा चुके हैं.