नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर पर शुक्रवार को पहलवानों के धरना प्रदर्शन में कांग्रेस नेता सचिन पायलट पहुंचे. इस दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 26 दिन से हमारे देश के गौरव- नौजवान खिलाड़ी जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं. सभी इनका समर्थन कर रहे हैं. लेकिन न्यायपूर्ण कार्रवाई में विलंब हो रहा है. समझ से परे है कि ऐसा क्यों हो रहा है. जब देश के नौजवान, किसान और पहलवान दुखी हों तो देश खुश नहीं रह सकता.
उन्होंने कहा कि सरकार को नौजवानों, खिलाड़ियों की पीड़ा और वेदनाओं को सुनना पड़ेगा, जिन्होंने देश और दुनिया के पटल पर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया. पता नहीं सरकार इनकी सुनवाई क्यों नहीं कर रही है. बीते 26 दिनों से गर्मी में ये लोग धरने पर बैठे हुए हैं. अगर ठीक से कार्रवाई हुई होती तो ये लोग संतुष्ट होते लेकिन ये नहीं है. जब पीड़ित संतुष्ट ही नहीं हैं तो फिर किस बात की कार्रवाई हो रही है. आज बड़ी हैरानी होती है कि देश का मान-सम्मान और गौरव, सड़क पर बैठा है. पहले किसानों और अब पहलवानों को धरना देना पड़ रहा है. आज देश के युवा भी परेशान हैं और किसी की भी बात नहीं सुनी जा रही है.
सचिन पायलट ने यह भी कहा कि जब देश को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ी जंतर मंतर पर बैठे हैं तो सरकार और पुलिस प्रशासन को सोचना चाहिए ये लोग यहां बेवजह नहीं बैठे हैं. इनकी भी अपनी मजबूरियां हैं. अगर इन्हें न्याय मिल गया होता तो आज ये सड़क पर नहीं बैठते. इन्हें न्याय मिलने में विलंब हो रहा है. गौरतलब है कि शुक्रवार को पहलवानों के धरना प्रदर्शन का 27वां दिन है और अभी तक यहां कांग्रेस के कई बड़े-बड़े नेता आकर प्रदर्शन को समर्थन दे चुके हैं.
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