नई दिल्ली: भारत की एकता के वास्तुकार कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 148वीं जयंती है. उनकी जयंती को देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उन्हें नमन किया. दिल्ली के पटेल चौक पर स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद उन्होंने 'रन फॉर यूनिटी' को झंडी दिखा कर रवाना किया. जिसमें छात्र, युवा और एथलीट सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग ली. आयोजन में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, कुश्ती पहलवान योगेश्वर दत्त भी मंच पर नजर आए.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने सभी नागरिकों से 2047 तक दुनिया के सभी क्षेत्रों में राष्ट्र को शीर्ष स्थान पर रखने का संकल्प लेने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि, "सरदार पटेल के कारण ही आज हमारा देश है. उनके अविस्मरणीय योगदान के कारण कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरा देश एकसाथ है. सरदार पटेल के योगदान और दूरदर्शिता के बिना हम आज यहां नहीं होते."
बता दें कि केंद्र सरकार साल 2014 से 31 अक्टूबर को 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में मना रही है. सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नडियाद जिले में हुआ था. वह भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री रहे हैं. उन्होंने 550 से अधिक रियासतों का भारत में विलय किया था. यही वजह है कि उन्हें देश की एकता का वास्तुकार कहा जाता है. राष्ट्रीय एकता दिवस हमें याद दिलाता है कि देश को एकजुट करने में सरदार पटेल और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने कितना संघर्ष किया.
वहीं तुगलकाबाद में भी एकता दौड़ का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे और दक्षिण दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी शामिल हुए. इस दौड़ प्रतियोगिता को तीन कैटेगरी में बांटा गया था. जिसमें 18 प्लस , 14 प्लस और 10 प्लस के बच्चों को शामिल किया गया.