नई दिल्ली/ गाजियाबाद: जिले के एक मंदिर में नंदी की मूर्ति खंडित हो जाने पर मूर्ति को वहां से हटाकर प्रवाहित कर दिया गया, लेकिन इसको सोशल मीडिया पर अलग तरह से पोस्ट करके अफवाह फैलाने की कोशिश की गई है. पुलिस उस आरोपी की तलाश में जुट गई है, जिसने झूठी सूचना या अफवाह फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है.
इस इलाके का है मामला: मंदिर के पुजारी ने बताया कि मूर्ति खंडित हो गई थी. जिससे मूर्ति को मंदिर से हटाकर प्रवाहित कर दिया गया था. लेकिन कुछ लोगों ने मंदिर में पहुंचकर वीडियो बनाया और गलत तरीके से मामले को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. मामला गाजियाबाद के मुरादनगर थाना क्षेत्र के अदालत नगर का है, जहां पर प्राचीन हनुमान मंदिर में से नंदी की मूर्ति को हटाने की बात सामने आई थी. इस संबंध में शुक्रवार सुबह एक ट्वीट किया गया. जिसमें कहा गया कि मूर्ति को वहां से गलत मंशा से हटा दिया गया है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की.
एसीपी निमेष पटेल ने बताया कि अदालत नगर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में नंदी की मूर्ति को हटाने की बात सामने आई थी. इस संबंध में जानकारी की गई तो पता चला कि हनुमान जयंती से 1 दिन पहले मंदिर में सजावट के दौरान नंदी की मूर्ति खंडित हो गई थी. जिससे पुजारी ने उस मूर्ति को मंदिर में लगे पीपल के पेड़ के नीचे रख दिया था. उन्होंने बताया कि इन 2 दिनों में किसी ने समाज में असंतोष फैलाने के लिए वीडियो बनाकर टि्वटर पर पोस्ट कर दिया.
कौन बिगड़ना चाहता है माहौल: सोशल मीडिया पर पहले से ही त्योहारों के मद्देनजर पुलिस की नजर है, इसके बावजूद सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा कौन व्यक्ति है जो त्यौहार पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है. उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में धारा 144 लागू है. इसके अलावा पुलिस आसमान से लेकर जमीन तक निगरानी कर रही है. पुलिस का कहना है कि अगर कोई भी शरारती तत्व कुछ भी करने की कोशिश करेगा, तो उस पर सख्त एक्शन लिया जाएगा. वहीं, पुलिस का कहना है कि जल्द आरोपी की गिरफ्तारी करके इस मामले में पूछताछ की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि आरोपी की मंशा आखिर क्या थी.
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