नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में तिहाड़ जेल में बंद हैं. वह अब कब बाहर आएंगे इस बारे में कहना अभी जल्दी होगी. उन पर सीबीआई और ईडी ने शिकंजा कस दिया है. इधर गुरुवार को केजरीवाल की कैबिनेट का विस्तार हुआ. सिसोदिया की जगह कालकाजी से विधायक आतिशी को दिल्ली का नया शिक्षा मंत्री बनाया गया है. कभी सिसोदिया की सलाहकार रही आतिशी आज उनकी जगह लेने में कामयाब हो गई हैं.
आतिशी विधायक होने के साथ ही साथ आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता भी हैं. वह पहली बार मंत्री बनी हैं, उनके पास शिक्षा मंत्रालय के अलावा महिला एवं बाल विकास, लोक निर्माण विभाग, बिजल, कला व संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग है. दिल्ली के जिस शिक्षा मॉडल की गूंज देश विदेश में सुनाई पड़ रही है, उसके पीछे मनीष सिसोदिया के साथ ही आतिशी का भी हाथ है. उनके दिशा निर्देश और आइडिया पर ही सिसोदिया दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण फैसले ले पाए.
कहा जाता है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों को सुधारने का क्रेडिट भी आतिशी को ही जाता है. ऐसे में आतिशी को शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का काफी अनुभव है. वह जब मनीष की सलाहकार थीं तो गरीब तक शिक्षा कैसे पहुंचे, इस संबंध में उन्होंने कई रोड मैप तैयार किए. सिसोदिया के नजदीक होने के चलते ही उन्हें साल 2020 में कालकाजी से केजरीवाल ने टिकट दिया. आतिशी कालकाजी सीट से जीत गईं और इसके बाद प्रवक्ता और अब शिक्षा मंत्री बनी. मंत्री बनने के बाद आतिशी ने कहा कि जब तक मनीष और सत्येंद्र जैन जेल से बाहर नहीं आते हम इनकी जिम्मेदारी का वहन कर रहे हैं क्योंकि आप का मकसद है कि किसी का काम नहीं रुकना चाहिए.
शिक्षा क्षेत्र में इस बार का बजट महत्वपूर्णः दिल्ली का बजट 2023 कई मायनों में अहम रहने वाला है. इस बार शिक्षा मंत्री आतिशी हैं. आप सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अपने कुल बजट का 20 फीसदी से ज्यादा पैसे खर्च करती रही है. अगर गत वर्ष का बजट देखे तो 75,800 रुपये था. इस बजट में शिक्षा क्षेत्र को 16,278 करोड़ रुपये दिए गए थे. देखने वाली बात यह है कि आप सरकार के दिल्ली बजट 2023 में शिक्षा के क्षेत्र में कितना पैसा आवंटित करती है.