नई दिल्ली: नीट पीजी काउंसलिंग में देरी के मामले को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल में आज से ओपीडी समेत तमाम रूटीन सेवाएं बंद किए जाने का ऐलान किया गया है. दिल्ली के सभी प्रमुख अस्पतालों, जिनमें लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल सफ़दरजंग अस्पताल में फोर्डा ने ये फैसला किया है. इसके चलते आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
दरअसल नीट पीजी काउंसलिंग मसले के लिए फोर्डा ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आज तक का समय दिया था. मामला सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अधीन है. हालांकि डॉक्टरों की मांग है कि सरकार इसपर जल्द फैसला ले. प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने एक पत्र लिखकर बताया है कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्री से आश्वासन मिला था. कहा गया था कि तीन दिनों के अंदर कोई ठोस फैसला लिया जाएगा. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ.
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डॉक्टरों का कहना है की कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर मौजूदा डॉक्टरों पर तनाव बढ़ रहा है. वहीं, मौजूदा हड़ताल के लिए डॉक्टर सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि उनके पास आख़िर में हड़ताल का ही विकल्प बचता है. इस विकल्प को भी सरकार कदम उठाकर इसे रोक सकती है.
दरअसल नीट काउन्सलिंग में आरक्षण संबंधी मामला सुप्रीम कोर्ट है. डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से पहले ही उनका सत्र पीछे चल रहा है. ऐसे में परीक्षाओं में देरी के बाद अब काउंसलिंग में देरी होने से उनका नुकसान हो रहा है. इसलिए उन्होंने हड़ताल के जरिए अपनी मांग मनवाने का फैसला लिया है.
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